मेरठ। शादी के दौरान दूल्हे ने नेग का लिफाफा हल्का देखकर विवाद खड़ा कर दिया। इधर, दुल्हन ने भी शादी से इंकार कर दिया। मामला थाने तक पहुंचा लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को दिया गया सामान वापस किया और दूल्हा बिना दुल्हन के बारात लेकर वापस लौट गया।
मामला मवाना थाना क्षेत्र के मीवा गांव है। मेरठ के मलियाना निवासी युवक की सोमवार को शादी थी। शादी मवाना के गुढ़ा गांव की लड़की से तय हुई थी। शादी के कार्यक्रम मवाना मीवा गांव रोड पर स्थित एनएस फार्म हाउस में चल रहा था। मंडप में दिनभर लड़की पक्ष की रस्में चलती रहीं। देर शाम मलियाना से बारात मंडप में पहुंची। द्वारचार से लेकर बारात का स्वागत नाश्ता, खाना सब हो गया। बात बारातियों की मिलनी के वक्त बिगड़ी। दुल्हन पक्ष की तरफ से बारातियों को लिफाफे देकर मिलनी होने लगी। तब दूल्हा पक्ष के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई। कहा मिलनी की रकम कम है। लिफाफे बहुत हल्के बनाए हैं। इसी लेन-देन पर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। रिश्तेदारों ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराकर मिलनी की रस्म पूरी करा दी। मिलनी के बाद रिबन कटिंग की रस्म में दूल्हे ने सालियों को केवल 100 रुपए दिए ये भी दुल्हन पक्ष को रास नहीं आया। बाद में कहने पर कुल 500 रुपए दिए। फिर रंग दिखाई की रस्म में दूल्हा पक्ष की तरफ से दुल्हन के कपड़े, गहने और सामान दिया गया। दुल्हन ने सामान देखा तो उसे वो चीजें पसंद नहीं आईं। दुल्हन ने सबके सामने सामान देखकर शादी से इनकार कर दिया। दुल्हन के इनकार करने पर दूल्हा पक्ष के लोग कहने लगे कि और कैसा सामान होता है। सब अच्छा तो है। इसके बाद दुल्हन ने कहा- मेरे पिताजी ने दहेज में हर चीज दी है, बाइक दी, पैसे दिए। मनपसंद कपड़े और मिलनी की रकम भी दी। इसके बाद भी आप लोग खुश नहीं है। छोटी-छोटी बातों पर कमेंट किया जा रहा है। मुझे ऐसे घर में शादी नहीं करनी। बारात वापस ले जाओ।
मजदूरी करता है पिता
दुल्हन के पिता बेहद सामान्य परिवार से हैं। उनके 7 बच्चे हैं। दुल्हन से बड़ी उसकी 3 बहनें हैं ये चौथे नंबर की है। 3 भाई भी हैं। दुल्हन ने कहा मेरे पिताजी ने किस तरह इस शादी का बंदोबस्त किया है, हम जानते हैं। पिता मजदूर हैं। इसके बावजूद उन्होंने लड़के वालों की हर बात मानी। कर्ज करके पैसे जमा किए और शादी करा रहे थे। इसके बाद भी दहेज लोभी लड़के वाले खुश नहीं थे। जरा-जरा सी बात पर रुपयों की मांग कर रहे थे। ऐसे घर में मुझे रिश्ता नहीं करना। लड़की ने स्पष्ट कह दिया- मैं दहेज के लालची परिवार में शादी नहीं करूंगी। मुझे अपने पिता का मान-सम्मान प्यारा है। ये लोग अपनी बारात लेकर वापस चले जाएं। थाना प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में सहमति के बाद मामला निपट गया है।
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