गाजियाबाद। एक महिला ने दस्तावेजों का दुरुपयोग कर अपना मकान दूसरे को बेचने का आरोप लगाते हुए मधुबन बापूधाम थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। महिला मेघा का आरोप है कि वह 2 साल बाद जब अपने घर पहुंची तो उन्हें पता चला कि मकान पर किसी और का कब्जा है। जब मेघा ने मकान में रह रहे लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि यह मकान उन्होंने खरीदा है। तब मेघा ने पड़ताल की तो पता चला कि उनके दस्तावेज का दुरुपयोग करके किसी ईशा नाम की महिला का फोटो लगाकर मकान बेचा गया है। फिलहाल मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
मेघा ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में यह भी बताया साल 2000 में घरेलू हिंसा की वजह से उनकी मां और पिता दोनों अलग हो गए थे। उसके बाद में स्वर्ण जयंतीपुरम में रहने लगी। कुछ समय बाद में चंडीगढ़ चली गई थी जब मैं अपने घर पहुंची तो वहां उनके घर में नीरज नाम का व्यक्ति मौजूद था। जब उन्होंने नीरज से बात की तो नीरज ने उन्हें बताया यह घर मेघा से खरीदा है। इस मामले की मेघा ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड का दुरुपयोग करके मकान इस नाम की महिला की फोटो लगाकर बेची गई है। फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद मेघा ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर आरोपियों पर जल्दी कार्रवाई करने की मांग की है। मेघा ने अपने पिता पर भी आरोपियों से मिले होने का आरोप लगाया है।
एंडी फ्रॉड सेल कर रही जांच
मेघा का आरोप है कि मकान की रजिस्ट्री करने में उनके पिता आरोपियों के साथ है और तहसील में रजिस्ट्री कार्यालय में कुछ कर्मचारी भी मिले हुए हैं। जिसकी वजह से उन्होंने सत्यापन ठीक से नहीं किया और फर्जीवाड़ा कर मकान बेच दिया। मामले में एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि मामला दर्ज करके एंटी फ्रॉड सेल को जांच जांच दी गई है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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