गाजियाबाद। जिले में लिफ्ट में फंसने की के हादसे लगातार हो रहे हैं। इस बार दो युवतियां सातवीं मंजिल से नीचे आते वक्त फंस गई। इस बीच इमरजेंसी नंबर भी नहीं लगा। काफी देर बाद मेंटेनेंस स्टाफ वहां पहुंचा और दोनों को बाहर निकाला। इस दौरान दोनों बुरी तरह घबरा गई थीं।
ऑफीसर सिटी 2 के ए ब्लॉक फ्लैट नंबर 701 के रहने वाले अनिल वर्मा अपने परिवार के साथ रहते हैं। अनिल वर्मा की बेटी तरंग अपने रिश्तेदार खुशी के साथ सात में मंजिल से लिफ्ट द्वारा नीचे आ रही थी। तभी लिफ्ट अचानक बीच में रुक गई। लिफ्ट बीच में रुकने की वजह से तरंग और खुशी घबरा गई उन्होंने दरवाजा पिता और इमरजेंसी नंबर पर कॉल किया तब जाकर लगभग 1 घंटे बाद इलेक्ट्रीशियन मौके पर पहुंचा और दरवाजा खोला। इसके बाद तरंग और खुशी ने राहत की सांस ली। तरंग ने बताया कि वह जब लिफ्ट में फंसी हुई थी, तो बहुत ज्यादा घबराहट हो रही थी। क्योंकि गर्मी की वजह से लिफ्ट में दम घुट रहा था।
आने लगी थी बेहोशी
तरंग ने बताया कि वह कुछ देर तक तो कुछ समझ ही नहीं पाई लिफ्ट क्यों रुकी हुई है। जब काफी देर हो गई तब उन्होंने लिफ्ट में इंटरकॉम का बटन दबाया लेकिन उससे भी लिफ्ट पर कोई फर्क नहीं पड़ा। लिफ्ट में मोबाइल का नेटवर्क भी काफी परेशान कर रहा था। अगर लिफ्ट का इलेक्ट्रीशियन समय से नहीं पहुंचता तो शायद तरंग और खुशी लिफ्ट में ही बेहोश हो जाती है और उनके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती थी।