गाजियाबाद। जिले की थाना मुरादनगर पुलिस ने लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो शातिर लुटेरे बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस ने लूटा गया मोबाइल फोन व 1000 रुपए भी बरामद किये हैं। दरअसल 18 जून को थाना मुरादनगर पर वादी एक व्यक्ति ने तहरीर देकर बताया कि मैं व मेरा लड़का मोटरसाइकिल से अपने गांव से ग्राम सौन्दा भट्टे पर जा रहे थे। तभी अचानक से चार लड़कों ने आकर मेरी जेब से मोबाइल व 2000 व मेरे बेटे की जेब से 3000 रुपए लूट लिए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की और दो बदमाशों कार्रवाई की।
थाना मुरादनगर के एसएचओ ने बताया कि थाना पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्ति एवं वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान पुलिस टीम ने लुटेरे बदमाश फैजान पुत्र नजाकत निवासी मोहल्ला कच्ची सराय अबूबकर मस्जिद और सुऐब पुत्र इकबाल निवासी गली नं0 02 मोहल्ला मलिक नगर कस्बा व थाना मुरादनगर को रावली रोड कट से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार फैजान और सुऐब से पुलिस टीम ने तलाशी ली तो दोनों के पास से लूट गया मोबाइल और लूट की रकम बरामद की गई। पुलिस ने बताया कि इन दोनों लुटेरे बदमाशों के साथी फैसल पुत्र इस्तियाक निवासी कोट मोहल्ला कस्बा व थाना मुरादनगर और रिहान पुत्र स्व सगीर अल्वी नि० मलिक नगर कस्बा व थाना मुरादनगर को भी पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया जा चुका है। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने इन दोनों बदमाशों के पास से 01 चैन पीली धातु, लूटे गए 2700 रुपए, 02 तमंचा 315 बोर, 04 जिन्दा कारतूस 315 बोर व 03 खोखा कारतूस 315 बोर व एक मोटरसाईकिल बरामद की।
पूछताछ में कबूला गुनाह
पूछताछ के दौरान फैजान और सुऐब ने बताया कि यह मोबाइल फोन व पैसे जो हमसे बरामद हुए है यह अम्बेडकर पार्क के सामने से मोटरसाइकिल सवार दो लोगों से जो वहाँ सड़क पर खड़े हुए थे उनसे लूटे थे। इनमे से एक व्यक्ति से मोबाइल फोन व 2000 व दूसरे से 3000 रूपये हम दोनों व हमारे दो अन्य साथी फैसल व रिहान ने मिलकर छीने थे। कुछ रुपए हमने खर्च कर लिए थे। शेष 1000 रुपये बचे जो आपने हमसे बरामद किये है।
पूछताछ के दौरान फैजान और सुऐब ने बताया कि यह मोबाइल फोन व पैसे जो हमसे बरामद हुए है यह अम्बेडकर पार्क के सामने से मोटरसाइकिल सवार दो लोगों से जो वहाँ सड़क पर खड़े हुए थे उनसे लूटे थे। इनमे से एक व्यक्ति से मोबाइल फोन व 2000 व दूसरे से 3000 रूपये हम दोनों व हमारे दो अन्य साथी फैसल व रिहान ने मिलकर छीने थे। कुछ रुपए हमने खर्च कर लिए थे। शेष 1000 रुपये बचे जो आपने हमसे बरामद किये है।
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