वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईवीएम की फोटो एक साथ लगाकर भ्रामक टिप्पणी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ जिला निर्वाचन कार्यालय ने केस दर्ज कराया है। इसमें अज्ञात सोशल मीडिया अकाउंट संचालक को आरोपी बनाया गया। ईवीएम पटल सहायक प्रदीप कुमार पाल की तहरीर पर पुलिस ने पोस्ट डिलीट करने की रिक्वेस्ट फेसबुक को भेजी है। वहीं साइबर टीम मामले की जांच कर आरोपी की तलाश में जुटी है।
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़े। चार जून को परिणाम के बाद उन्हें सांसद चुना गया। चुनाव परिणाम के दौरान ही सोशल मीडिया पर एक यूजर ने पोस्ट की। इसमें पीएम मोदी और ईवीएम का फोटो लगाकर टिप्पणी की।
यूजर ने ‘नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में किया एक बड़ा चमत्कार’ शीर्षक से ईवीएम मशीन पर कई सवाल उठाए। भ्रामक पोस्ट से निराधार व झूठे प्रचार को निर्वाचन आयोग ने घोर आपत्तिजनक बताया। आयोग ने इसे लोक सभा सामान्य निर्वाचक 2024 को लेकर जनता में एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ भ्रामक प्रचार को कानूनी अपराध मानते हुए कठोर कार्रवाई की बात कही। इसके बाद सोमवार की शाम जिला निर्वाचन कार्यालय के ईवीएम पटल सहायक प्रदीप कुमार पाल ने कैन्ट थाने में तहरीर देकर मामले की जानकारी दी। आपत्तिजनक पोस्ट का साक्ष्य देते हुए विधिक कार्रवाई की मांग की।
साइबर सेल कर रही जांच
तहरीर के आधार पर कैंट पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 66 सी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया, अब पुलिस और साइबर टीम मामले की जांच कर रही है।
Discussion about this post