गाजियाबाद। सदर विधानसभा सीट पर इस बार 20 साल बाद उपचुनाव होगा। इत्तेफाक से पहले भी उपचुनाव की वजह शहर विधायक का सांसद बनना थी और इस बार भी अतुल गर्ग के सांसद चुने जाने के बाद यही हालात बने हैं। हालांकि उस वक्त विधायक से सांसद की सीढ़ी चढ़ने वाले सुरेंद्र गोयल थे।
दरअसल, शहर विधायक रहे बीजेपी के अतुल गर्ग अब सांसद हो चुके हैं। उन्होंने दो दिन पहले विधायक पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में इस सीट पर अब उपचुनाव होना है, जिसके लिए सियासी दल अभी से अपने समीकरण साधने लगे हैं। इधर, 2017 से लगातार दो विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल करने वाली भाजपा के लिए उपचुनाव में जीत की हैट- ट्रिक लगाना चुनौती से कम नहीं है। जबकि दूसरी ओर विरोधी दल भी इस सीट पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे।
तब सपा के खाते में गई थी सीट
2004 के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट से विधायक सुरेंद्र गोयल गाजियाबाद – हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद बने थे। उपचुनाव में सपा प्रत्याशी सुरेंद्र मुन्नी ने कांग्रेस प्रत्याशी सतीश त्यागी और भाजपा प्रत्याशी सुनीता दयाल को हराकर जीत हासिल की थी। ऐसे में सपा समेत बसपा भी इस सीट पर अपने दावेदार उतार सकते हैं।
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