गाजियाबाद। जिले में दो साइबर ठगी की घटनाएं सामने आई है। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने दोनों ही मामलों में शिकायत मिलने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस बार ठगी की वारदात नगर कोतवाली इलाके के रहने वाले आदित्य मित्तल और मुरादनगर इलाके के रहने वाले रजनीश कुमार के साथ हुई है। साइबर क्राइम थाना पुलिस दोनों ही मामलों में जांच कर रही है और जिन खातों में रकम भेजी गई है उन खातों को सीज करने का प्रयास का प्रयास कर रही है।
ठगी की पहली वारदात नगर कोतवाली इलाके के रहने वाले आदित्य मित्तल के साथ हुई है। आदित्य ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनके फोन पर मैसेज आने पर पता चला कि उनके खाते से लोन की 8.5 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं। आदित्य ने मैसेज आने के बाद साइबर क्राइम थाने में शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज करवाया है। आदित्य ने पुलिस को यह भी बताया कि उनका आईसीआइसीआई बैंक में खाता है। उन्होंने लोन लिया था जो पास हो गया था जिसका बैलेंस उनके खाते में आ गया था कुछ घंटे बाद ही 13 बार में किसी अन्य खाते में पूरी रकम ट्रांसफर कर ली गई। जब आदित्य ने बैंक पहुंचकर जानकारी की तो इस संबंध में उन्हें कोई सही से जानकारी नहीं दी गई।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 9.11 लाख ठगे
ठगी की दूसरी वारदात मुरादनगर इलाके के रहने वाले रजनीश कुमार के साथ हुई है। रजनीश साइबर अपराधियों ने से ट्रेनिंग में अच्छी कमाई का झांसा देकर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा और उन्हें शेयर ट्रेडिंग से संबंधित स्कीम के बारे में जानकारी दी। रजनीश साइबर अपराधियों के भरोसे में आ गए और उन्होंने तीन खातों में लगभग 9.11 लाख रुपए सर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने के नाम पर ट्रांसफर कर दिए। रुपए जमा करने के बाद उनको साइबर अपराधियों द्वारा एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कराई गई जिसमें वॉलेट में 30 लाख रुपए सो होने लगे। जब रजनीश ने पैसे निकालने का प्रयास किया तो पैसे नहीं निकले और उनसे और पैसे की डिमांड की गई तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। दोनों ही मामले में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि साइबर क्राइम थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्दी दोनों पीड़ितों की रकम वापस करने का प्रयास किया जाएगा।
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