गाजियाबाद। जिले में साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बार दो लोगों से घर बैठे इन्वेस्ट करके अच्छा मुनाफा कमाने के नाम पर 24 लाख रुपए की ठगी हुई है। ठगी के शिकार हुए दोनों लोगों ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की है। ठगी के शिकार हुए दोनों लोगों ने बताया कि साइबर ठगों द्वारा 26 खातों में इन्वेस्ट करने के नाम पर रकम ट्रांसफर कराई गई थी। साइबर क्राइम थाना पुलिस का कहना है कि दोनों ही ठगी के मामलों में पुलिस जांच कर रही है और पीड़ितों की रकम वापस करने का प्रयास जारी है।
साइबर क्राइम थाने में दिए गए शिकायती पत्र में टीला मोड़ के रहने वाले शिशिर कुमार ने बताया उनके पास एक अननोन नंबर से फोन कॉल आई थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने उन्हें शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देकर अच्छा मुनाफा होने की बात। फोन पर बताएंगे ऑफर के ससुर को साइबर ठाकुर द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। व्हाट्सएप ग्रुप में उन्हें एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने की सलाह दी गई। उसे मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए ही रुपए इन्वेस्ट कराए गए। इसके अलावा शिशिर को साइबर ठग ने बताया सोलर कंपनी का आईपीओ दिलाकर मोटा मुनाफा उन्हें कराएगा। इस तरह से शिशिर से लगभग 10 लख रुपए की ठगी हुई। जब शिशिर को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने साइबर क्राइम थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। उधर वैशाली के रहने वाले युवक के साथ भी टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगी की घटना हुई है यहां युवक से 14 लाख रुपए साइबर अपराधियों ने ठग के लिए। युवक को साइबर अपराधियों ने कई कंपनियों के फीडबैक लेकर कमाई होने का भरोसा दिया था शुरुआत में युवक को कमाई दिखाई दी और उन्हें ₹530 भी मिले। जिस पर युवक को भरोसा हो गया और उन्होंने धीरे-धीरे 14 लाख रुपए साइबर अपराधियों के बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। 14 लाख रुपए ट्रांसफर होने के बाद जब उन्होंने अपने पैसे निकालने का प्रयास किया तो उनके पैसे नहीं निकाल पाए तब ठगी का एहसास हुआ।
खाते खंगाल रही पुलिस
मामले में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि दोनों ही ठगी के मामलों में जांच पड़ताल की जा रही है और पीड़ितों की रकम वापस करने का प्रयास किया जाएगा। फिलहाल जिन खातों में रकम भेजी गई है, उनकी डिटेल निकलवा रहे हैं, ताकि उन खातों को फ्रीज कराया जा सके।
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