गाजियाबाद। जिले में हिप्नोटाइज करने वाला गैंग एक्टिव है। अब अधिवक्ता की पत्नी को हिप्नोटाइज कर गैंग की युवती समेत बच्ची ने उनसे जेवरात ठग लिए। इस माल की कीमत ततरीबन साढ़े तीन लाख बताई जा रही है। मामले की तहरीर पुलिस को दी गई है।
दरअसल पूरा मामला शालीमार गार्डन का है। यहां के एक्सटेंशन वन निवासी प्रदीप कुमार त्यागी पेशे से अधिवक्ता हैं। उन्होंने बताया, पत्नी मनोरमा त्यागी रविवार रात सवा नौ बजे शिव चौक शालीमार गार्डन में सब्जी लेने के लिए गई थीं। रास्ते में उन्हें 12 साल की एक बच्ची और 25–30 साल की एक युवती मिली। दोनों ने मनोरमा को रास्ता पूछने के बहाने रोका और बातों में लगा लिया। युवती ने मनोरमा को बताया कि ये बच्ची अपने मालिक के अत्याचार से तंग होकर भागकर आई है और अब इसको घर भिजवाना है। मदद करने के बहाने से वो युवती, मनोरमा को 150 फुटा रोड पर ले गई। वहां सम्मोहित करके उसने मनोरमा त्यागी से मंगलसूत्र, टॉप्स और तीन अंगूठियां उतरवा ली। इसके बाद उन्होंने एक रुमाल मनोरमा को दिया और कहा कि इसे घर जाकर खोलना। मनोरमा ने बताया, इसके बाद बच्ची और महिला वहां से चली गईं। कुछ देर बाद मनोरमा ने जब रुमाल खोला तो उसके अंदर कंकड़ पत्थर के टुकड़े थे।
दिल्ली कंट्रोलरूम जाकर लगी कॉल
प्रदीप त्यागी ने बताया कि इस घटना के बाद मैंने यूपी पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया तो वो दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम को जाकर मिला। जिस पर वे थाना शालीमार गार्डन पहुंचे। यहां दो दरोगा मिले, जिन्होंने उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया। इसके बाद प्रदीप त्यागी ने एसएचओ को कॉल किया। एसएचओ ने चौकी इंचार्ज को घटनास्थल पर भेजने की बात कही, लेकिन रात साढ़े 11 बजे तक भी पुलिस ने पीड़ित से कोई संपर्क नहीं किया। जिसके बाद पीड़ित देर रात पुनः थाने पर पहुंचा और लिखित शिकायत दी।
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