सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, पुलिस तलाश रही वजह

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में बड़ी वारदात हो गई। यहां समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने अपनी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बुद्धि विहार स्थित आवास पर यह घटनाक्रम हुआ। उनका शव​​​​​​ इनरवियर में बेड पर पड़ा मिला। सिर से खून बह रहा था। लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद बीती अप्रैल को पार्टी ने उन्हें जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया था।

इंस्पेक्टर मझोला ने बताया डीपी यादव (55) के पड़ोसी पूर्व सांसद वीर सिंह ने घटना के बारे में सूचना दी। मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंच गई। पूरे घर की तलाशी ली गई। मौके पर सुसाइड नोट नहीं मिला। उन्होंने सुसाइड क्यों किया? इसकी वजह सामने नहीं आई है। फिलहाल, डीपी यादव के घर पर समर्थकों की भीड़ लगी हुई है। जिले के बड़े नेता पहुंच गए हैं। घटना के वक्त डीपी यादव की पत्नी सविता, बेटा अंकित और बेटी अंजलि फर्स्ट फ्लोर पर थे। बेटा और बेटी दिल्ली रहते हैं। बेटा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करता है। जबकि बेटी दिल्ली में ही साइकेट्रिस्ट है। 2-3 दिन पहले ही दोनों घर आए थे। घरवालों का कहना है कि वह काफी समय से डिप्रेशन में थे। वह ग्राउंड फ्लोर पर अकेले थे। गोली चलने की आवाज आई तो हम लोग दौड़कर नीचे पहुंचे। देखा तो उन्होंने सुसाइड कर लिया था। सपा जिलाध्यक्ष और डीपी यादव के रिश्तेदार जयवीर यादव ने कहा- वह पूरी तरह से ठीक थे। उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया? समझ में नहीं आ रहा है।

पारिवारिक कलह की चर्चा
पुलिस की जांच में पता चला है कि वह पारिवारिक कलह के चलते परेशान चल रहे थे। 3 महीने से इनका इलाज चल रहा था। काउंसिलिंग भी कराई गई थी। एसएसपी हेमराज मीणा ने बताया कि डीपी यादव प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। उनकी 50 करोड़ की संपत्ति है। उनके मकान की कीमत 2-3 करोड़ रुपए होगी। घर में 3 लाइसेंसी हथियार हैं। डीपी यादव ने आचार संहिता में 2 हथियार जमा कर दिए थे। 1 हथियार पत्नी के नाम पर है। ​​​​​​जिसके बारे में घरवालों को पता नहीं था। उसी हथियार से उन्होंने राइट कनपटी में गोली मारी। शव ग्राउंड फ्लोर के स्टोरनुमा कमरे में मिला। फिलहाल, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। आगे की जांच की जा रही है।

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