नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस मौके पर मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह 18वीं लोकसभा एक प्रकार से नई ऊर्जा, युवा ऊर्जा और कुछ कर गुजरने के इरादे वाली लोकसभा है। आजादी के अमृत महोत्सव के बाद का यह पहला चुनाव है। यह वह 25 वर्ष है जो हमारे अमृत काल के 25 वर्ष हैं। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि 18वीं लोकसभा में, हमारे पांच वर्ष के कार्यकाल में हम उसी गति और समर्पण भाव से देश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने में कोई कमी नहीं रखेंगे।
मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह भी कहा कि एनडीए की बैठक हुई और सभी एनडीए के साथियों ने मुझे फिर से एक बार इस दायित्व के लिए पसंद किया है और सभी एनडीए के साथियों ने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी। राष्ट्रपति ने मुझे बुलाया था और मुझे प्रधानमंत्री मनोनीत के रूप में काम करने की अनुमति दी है और शपथ समारोह के लिए सूचित किया है। उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रपति को कहा है कि हमें नौ (9 जून) तारीख शाम को सुविधा रहेगी और हम तब तक मंत्री परिषद की सूची राष्ट्रपति को सौपेंगे और फिर शपथ समारोह होगा।
नई ऊर्जा के साथ करेंगे काम
मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए -1, एनडीए-2, एनडीए-3 यह एक निरंतरता है और हमारे संकल्पों को लेकर, सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को लेकर, देश के सामान्य जन के सपनों को पूरा करने के प्रयास के रूप में, इस निरंतरता को हम और अधिक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाएंगे। एमडीए के घटक दलों के समर्थन पत्र भी राष्ट्रपति को सौंपे गए। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने किया और इसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, अश्विनी वैष्णव, सीएन मंजूनाथ, एन चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह), संजय झा, एकनाथ शिंदे, एच.डी. कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, पवन कल्याण, अजीत पवार, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, जोयंत बसुमतारी, अतुल बोरा, इंद्र हंग सुब्बा, सुदेश महतो, चंद्र प्रकाश चौधरी और रामदास अठावले शामिल थे।
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