गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी करने वाले 50 हजार के इनामिया बदमाश जुबैर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश के पास से पुलिस ने मोबाइल टावरों से चोरी किए गए करीब 12 लाख रुपए के उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस मोबाइल टावरों से रेडियो रिसीवर चोरी करने वाले गैंग से जुड़े कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन इस गैंग से जुड़ा मुख्य अभियुक्त फरार चल रहा था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस गिरफ्तार किए गए बदमाश से पूछताछ कर रही है।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि यह गैंग गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में जियो व एअरटेल के मोबाइल टावरों से बैट्री, आरआर यूनिट व अन्य इलैक्ट्रानिक डिवाईस चोरी करते थे। अन्तर्राज्यीय गैंग में शामिल छह शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब 04 करोड रूपये का मोबाइल टावरों से चोरी का माल, चोरी करने में प्रयुक्त उपकरण व चोरी में प्रयुक्त वाहनो को बरामद किया था। इस गैंग से जुड़े सात सदस्य फरार चल रहे थे। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने 22 मई को गैंग के 50-50 हजार रूपये के ईनामी तीन शातिर बदमाशों को को किया। तीनों बदमाशों को पास 60 लाख रूपये का मोबाइल टावरों से चोरी का माल चोरी करने में प्रयोग की जाने वाली कार वैगनार बरामद की थी। लेकिन इस गैंग से जुड़ा जुबेर फरार चल रहा था जिसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। जुबेर पर भी ₹50000 का इनाम घोषित था। मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी करने के मामले में जुबैर पर ₹50000 के इनाम घोषित था और वह फरार चल रहा था। जुबैर को गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने थाना नन्दग्राम क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार जुबैर के पास से जियो व एअरटेल कम्पनी के टावरों की दो अदद रेडियो रिसीवर यूनिट बरामद की है। पूछताछ करने पर जुबैर ने बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है। जुबैर की बहन की शादी जावेद मीरापुरिया के छोटे भाई वसीम से हुई हैं। पढ़ाई के बाद जुबैर ने गुजरात में अपने भाई के साथ पुराने एलईडी बल्ब की फेरी लगाने का काम किया। कुछ दिन कबाड खरीदने बेचने की भी फेरी का भी काम किया पर इसमें ज्यादा फायदा नहीं हुआ और गुजरात से वापस आ गया।
बहनोई ने बताया चोरी का रास्ता
वापस आने के बाद काम के सिलसिले में वह अपने जीजा वसीम से मिला। जिसने उसे मोबाइल टावर के आरआरयू व अन्य उपकरण की चोरी व उसमे काफी लाभ होने की बात बताई और चोरी करने वालो से मिलवा दिया। तभी से वह उनके साथ मोबाइल टावरों से चोरी करने लगा। इसके बाद जुबैर ने अपने जीजा के बड़े भाई जावेद मीरापुरिया की बताई हुई पार्टियों के साथ चोरी कर व अन्य पार्टियो से चोरी का माल लेकर वसीम व जावेद को पहुँचाने लगा।
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