मिर्जापुर। मछली पकड़ने गए बच्चे अंजाने में मगरमच्छ पकड़ लए। परिजनों ने जब घर में मगरमच्छ देखा तो सहम गए। वहीं गांव वालों की वहां मगरमच्छ देखने को भीड़ जुट गई। मामला हलिया थाना क्षेत्र के वसुहरा गांव का है। गृह स्वामी ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान राम आसरे को दिया।
मौके पर पहुंचे राम आसरे ने जलीय जीव को पानी से भरे नाद में छोड़वाया। उन्होंने गांव के बच्चों के द्वारा सुसुआड नाला से मछली के भ्रम में मगरमच्छ पकड़े जाने की पुलिस को जानकारी दी। जिसे उन्होंने पानी से भरे नाद में रखे जाने से अवगत कराया। जानकारी मिलने पर वन विभाग के क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्र दलबल के साथ गांव में पहुंचे। मगरमच्छ का रेस्क्यू कर उसे मेजा बांध में छोड़ा गया। बांध के जल में पहुंचने के बाद मगरमच्छ कुछ दूर जाकर पानी के सतह पर बैठ गया। गांव में बच्चों के द्वारा लाए गए मगरमच्छ को जल में छोड़े जाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। गांव के बृजेश कुमार ने बताया कि गांव में मगरमच्छ पकड़ कर लाए जाने की जानकारी मिलते ही लोगों का कौतूहल बढ़ गया। हर कोई करीब दो फीट लंबे मगरमच्छ को छूने का प्रयास कर रहा था। वन कर्मियों के आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। जिसे पकड़ कर बांध में छोड़ दिया गया।
गांव वालों ने ली राहत की सांस
बताया गया कि गांव के 3 लड़के नाला से मछली मारने गए थे। इसी दौरान उनके फेंके गए कांटा में मगरमच्छ फंस गया। जिसे बड़ी मछली समझ कर घर उठा लाए। घर वालों से मिली सूचना पर वन अधिकारी के निर्देश पर उसे मेजा बांध में छोड़ा गया। नए स्थान पर जाने के बाद वह नया आशियाना नसीब मिलने पर तलहटी में जाकर बैठ गया। गांव से मगरमच्छ निकाले जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
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