अयोध्या। श्रीराम मंदिर परिसर के भीतर अब भक्तगण मोबाइल सेट नहीं ले जा सकेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन की बैठक में यह फैसला लिया गया है और 25 मई यानी आज से इसे अमलीजामा भी पहनाया गया है। यह फरमान वीआईपी लोगों के लिए है। जबकि आम श्रद्धालुओं को पहले से मंदिर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध था।
राम मंदिर के स्तंभ में एक देवता की खंडित मूर्ति की फोटो वायरल होने की घटना से इस फैसले को जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि ट्रस्ट का कहना है कि सुरक्षा कारणों से परिसर में मोबाइल फोन पर रोक लगाई गई है। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया, अब कोई भी राम मंदिर में मोबाइल नहीं ले जा सकेगा। हमारा सभी से निवेदन है कि सभी हमारी इस व्यवस्था में सहयोग करें। 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से ही राम मंदिर में श्रद्धालु बिना किसी रोक-टोक के मोबाइल फोन लेकर जाते रहे। इसे रोकने के लिए कुछ सख्ती की गई और आम श्रद्धालुओं के मोबाइल ले जाने पर रोक लगा दी गई। इसी बीच ट्रस्ट ने सुगम व वीआईपी दर्शन की व्यवस्था शुरू की। इसके तहत विशिष्ट पास वालों को एक मोबाइल ले जाने की अनुमति दी जाने लगी। साथ ही वीआईपी व वीवीआईपी के लिए भी मोबाइल ले जाने पर छूट थी। अब इस व्यवस्था पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ये रहे बैठक में शामिल
बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र,राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय,ट्रस्टी डॉक्टर अनिल मिश्र,मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार,एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय मौजूद रहे। एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय कहा कहना है कि इस व्यवस्था के पालन के लिए हर चेकिंग प्वाइंट पर श्रद्धालु की जांच की जाएगी।
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