नई दिल्ली। गत्ता कारोबारी से बदमाशों ने फोन पर एक करोड़ की रंगदारी मांगी। बदमाश खुद को भाऊ गैंग का सदस्य बता रहे थे। मामले की शिकायत पर पुलिस ने एक शातिर को धर दबोचा। जबकि उसके बाकी के दो साथियों की तलाश शुरू कर दी है। घटना के बाद से व्यापारी समेत उसका परिवार सहमा हुआ है।
पुलिस के मुताबिक 20 मई को बुध विहार निवासी गत्ता कारोबारी ने विजय विहार थाने में रंगदारी मांगने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 14 मई को एक शख्स ने फोन पर खुद को भाऊ गैंग का बदमाश बताया और मोहित के साथ रहने की बात कहकर एक करोड़ रुपये देने के लिए कहा। किसी की शरारत समझकर कारोबारी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। 19 मई को बदमाशों ने फिर से फोन कर पिता-पुत्र को जान से मारने की धमकी दी। इससे परिवार सहम गया और विजय विहार थाने में शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी अजय कुमार यादव के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ ने बदमाशों के फोन नंबर की जांच करने के साथ-साथ कारोबारी के घर और फैक्टरी के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इसके बाद पुलिस ने नवीन को गिरफ्तार कर लिया।
दोस्त निकला दगाबाज
पूछताछ में आरोपी ने रंगदारी मांगने में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। उसने बताया कि वह टिल्लू ताजपुरिया और मोहित गैंग के लिए काम करता है। वसूली मामले में उसके साथ अमित और नवनीत भी शामिल है। आरोपी धमकी देने के बाद फोन बंद कर देता था। वहीं, फरार एक आरोपी कारोबारी के बेटे का दोस्त है। उसने ही बदमाश को कारोबारी के बारे में जानकारी दी थी। वह परिवार की हर मूवमेंट के बारे में बदमाशों को बताता था।
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