नोएडा। जिले में एक व्यक्ति को डाक पार्सल में आपत्तिजनक सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों द्वारा डिजिटल अरेस्ट करके 35 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की गुहार लगाई। शिकायत साइबर थाना क्राइम पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जिले के सेक्टर 31 के रहने वाले हेमंत छाबड़ा ने साइबर क्राइम थाने में दिए शिकायती पत्र में बताया उनके मोबाइल फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आया था। फोन कॉल पर उन्हें बताया गया कि उनके द्वारा एक पार्सल भेजा क्या है जो मुंबई की एक्साइज विभाग ने जब्त कर लिया है। उनके द्वारा भेजे गए पार्सल में ड्रग्स पासपोर्ट कपड़े और कई आपत्तिजनक वस्तुएं हैं। इसके बाद साइबर अपराधियों ने हेमंत की कॉल को मुंबई के अंधेरी स्थित एसबीआई की शाखा के अधिकारी को ट्रांसफर करने की बात कहकर किसी व्यक्ति से बात कराई। हेमंत को फोन पर लगातार डराया गया उन्हें बताया गया कि वह आतंकवादी गतिविधियों और मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े हैं उनका एक साथी जेल में भी है उनके द्वारा यह पार्सल ताइवान भेजा जा रहा था। फोन कॉल पर साइबर अपराधियों द्वारा धमकाने के बाद उन्हें वीडियो कॉल पर 25 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके प्रताड़ित किया गया। डिजिटल अरेस्ट के दौरान साइबर अपराधियों ने उनसे यह मना कर दिया कि वह किसी को भी इस बात की जानकारी ना दें। आखिर साइबर अपराधी बाद में समझौते की बात पर आ गए और कैसे से बचने के लिए हेमंत से 35 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए।
घर से गिरफ्तारी की दी धमकी
साइबर अपराधियों ने हेमंत को यह भी बताया था कि अगर वह जांच में सहयोग नहीं करेंगे तो वह टीम को भेज कर उनके घर से गिरफ्तार कर लेंगे और उनके परिवार वालों को भी परेशान करेंगे। रुपए साइबर अपराधियों के खाते में भेजने के बाद हेमंत को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने साइबर क्राइम थाने में शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
Discussion about this post