गाजियाबाद। संयुक्त अस्पताल संजयनगर की लैब में सेलेक्ट्रा मशीन में खराबी आने से सैकड़ों मरीजों की ब्लड टेस्टिंग बंद हो गई है। शुरुआत में एमएमजी अस्पताल सैंपल भेजे गए लेकिन वहां पहले से ही जांचों का दबाव होने का हवाला देकर उन्हें लौटा दिया गया। ऐसे में मरीजों को निजी लैबों का सहारा लेना पड़ रहा है।
संयुक्त अस्पताल में रोजाना तकरीबन डेढ़ सौ मरीजों की ब्लड टेस्टिंग होती है। गर्मी में हीटस्ट्रोक और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण यहां सुबह से ही मरीजों की लाइन लग जाती है। इधर, मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण टेस्टिंग मशीन पर भी दबाव बढ़ गया। वहीं ठंडक न मिलने के कारण मशीन खराब हो गई। इसके बाद जांचें पूरी तरह ठप हो गईं और मरीजों का भटकना शुरू हो गया। स्टाफ की तीमारदारों से झड़प की स्थिति भी बनी। इसके बाद लोग निजी लैबों पर सैंपल लेकर जांच कराते नजर आए। एमएमजी अस्पताल में भी एक मशीन के हवाले पूरी व्यवस्था है। वहां मौजूद दो अन्य मशीनें पहले से खराब हैं। इसलिए वहां से भी सैंपल लौटाए गए हैं।
दो की जगह लगा एक एसी
जानकारों के मुताबिक मशीन का टैंप्रेचर मेंटेन रखने के लिए लैब में दो एसी की जरूरत है लेकिन एक एसी के बलबूते ही व्यवस्थाएं चलाई जा रही थीं। यही वजह रही कि मशीन खराब होने की स्थिति बन गई। लैब के स्टाफ का यह भी कहना है कि मशीन सही हो भी गई तो बिना एसी के फिर खराब हो जोगी।
Discussion about this post