मुरादाबाद। नाबालिग बच्ची का फर्जी वोट बनवाने के मामले में प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। डीएम मानवेंद्र सिंह के निर्देश पर जहां बच्ची के पिता समेत बीएलओ के खिलाफ कुंदरकी थाने में मुकदमा लिखाया गया है। वहीं मामले में एक शिक्षा मित्र की सेवा समाप्त कर की जा चुकी है। फर्जीवाड़े में शामिल रहे एक हेड मास्टर को सस्पेंड किया जा चुका है।
दरअसल, मुरादाबाद के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में एक 12 साल की लड़की द्वारा वोट डालने का वीडियो वायरल हुआ था। कुंदरकी विधानसभा संभल लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यहां तीसरे चरण में 7 मई को वोटिंग हुई थी। इस मामले में डीएम मानवेंद्र सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए थे। सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में सामने आया कि 12 साल की लड़की फरीन से वोट डलवाने के इस खेल में बीएलओ / शिक्षा मित्र समद खान, ढकिया कंपोजिट स्कूल कुंदरकी का हेड मास्टर / सुपरवाइजर जर्रार हुसैन और छतरपुर निवासी मोहम्मद हनीफ शामिल थे। सिटी मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद डीएम मानवेंद्र सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट को इन तीनों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के आदेश दिए थे। इसके साथ ही डीएम ने बीएसए को आदेश दिए थे कि कंपोजिट स्कूल ढकिया में तैनात शिक्षा मित्र समद खान को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाए। इसके अलावा इस स्कूल के हेड मास्टर को सस्पेंड करके विभागीय जांच की जाए।
सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में हुआ खुलासा
ये फर्जी वोटिंग कुंदरकी के गांव छतरपुर में बने बूथ पर हुई थी। यहां 12 साल की एक लड़की बुर्का पहनकर वोट डालने पहुंची थी। सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में सामने आया है कि एक फर्जी आधार कार्ड बनवाकर 12 साल की फरीन का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा गया। फर्जी आधार कार्ड में उसकी उम्र 12 साल दर्शाई गई है। बीएलओ समद खान ने इस पूरे प्रकरण में सहयोग किया। सुपरवाइजर जर्रार हुसैन भी 12 साल की बच्ची का नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जाने के फर्जीवाड़े में शामिल था। इस मामले में कुंदरकी पुलिस ने बीएलओ समद खान और बच्ची के पिता के खिलाफ FIR दर्ज की है।
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