सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक परिवार के छह सदस्यों की मर्डर मिस्ट्री पुलिस ने सुलझा ली। इस पूरे मामले में अभी तक हत्या के बाद आत्महत्या की बात सामने आ रही थी लेकिन गहराई से जांच में परिवार का छोटा बेटा इस कांड का सूत्रधार निकला। उसने सुपारी देकर लोग बुलवाए और खुद भी वारदात में शामिल रहते हुए इस हत्याकांड को अंजाम दिया। घटना की वजह संपत्ति का विवाद बनी।
पूछताछ में अनुराग के भाई अजीत ने कबूल किया है कि उसका भाई और भाभी प्रियंका से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। घर में इस बात को लेकर अक्सर विवाद होता था। प्रियंका के आने के बाद विवाद और बढ़ जाता था। इस बार प्रियंका के बच्चों के साथ घर आने पर पूरे परिवार को खत्म करने का प्लान बनाया। मां की हत्या करने के सवाल पर अजीत का कहना है, वो हमेशा से अनुराग का सपोर्ट करती थी। प्रॉपर्टी विवाद में भी वो अनुराग का सपोर्ट करती। तभी उनकी भी हत्या का प्लान बनाया। पुलिस के मुताबिक अजीत रात में सबके सोने के बाद अपने कमरे से बाहर आया। उसने पहले अपने भाई की हत्या की। भाई को पहले हथौड़ा मारा उसके बाद सिर पर गोली मारी। इसके बाद मां के कमरे में जाकर उनके चेहरे पर हथौड़े से वार किया। ऊपर जाकर चारपाई पर सो रही भाभी को गोली मारी। फिर चेहरे को कूच दिया। अजीत के मुताबिक गोली की आवाज सुनकर बड़ी भतीजी की नींद टूट गई थी। वो कुछ समझ पाती इसे पहले ही उसे भी गोली मार दी। फिर हथौड़े से मुंह और हाथ पैर पर भी कई वार किए। फिर उसे छत से फेंक दिया। उसके बाद छोटी भतीजी और भतीजे के मुंह और हाथ-पैर पर हथौड़े से हमला किया। फिर उन दोनों को भी छत से फेंक दिया। पूछताछ में ये भी सामने आया है कि इस पूरे हत्याकांड में कुछ और लोग भी शामिल हैं। हालांकि अजीत अभी पुलिस को पूरी तरह सपोर्ट नहीं कर रहा है। पुलिस इस केस की जांच हत्या के एंगल से करने में लग गई है।
ये हुआ था घटनाक्रम
शनिवार सुबह अनुराग (45) की उसके कमरे में लाश मिली थी। बताया गया कि मां सावित्री सिंह (62) और पत्नी प्रियंका (40) को गोली मारने के बाद अनुराग ने उनका सिर हथौड़े से कूच दिया। फिर तीनों बच्चों अरना (12), अरवी (7), आद्विक (8) को छत से फेंक दिया। उसके बाद खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। मामला थाना रामपुर के पालापुर गांव का है।