नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद कहा कि सीधा जेल से मैं आपके बीच आ रहा हूं। 50 दिन के बाद आपके बीच आकर अच्छा लग रहा है। अभी मैंने परिवार के साथ मंदिर जाकर दर्शन किए। किसी को उम्मीद नहीं थी की चुनाव के बीच में मैं आपके बीच आ जाऊंगा, लेकिन हमारे ऊपर बजरंग बली कृपा है। हमारी पार्टी को कुचलने, खत्म करने में प्रधानमंत्री ने कोई कसर नहीं छोड़ी। एक साथ पार्टी के चार टॉप के नेता को जेल भेज दिया गया। यह एक पार्टी नहीं एक सोच हैं, जितना यह खत्म करेंगे उतनी यह पार्टी बढ़ेगी। जो लोग मोदी जी से मिलने जाते हैं, वे(प्रधानमंत्री) उनसे सबसे पहले आप पार्टी के बारे में 10-15 मिनट बात करते हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बेहद खतरनाक मिशन चालू किया है। उस मिशन का नाम है ‘वन नेशन वन लीडर’। देश के सारे नेताओं को मोदी जी खत्म करना चाहते हैं। जितने विपक्ष के नेता हैं उन्हें जेल भेजेंगे। अगर वे यह चुनाव जीत गए तो थोड़े दिन के बाद ममता दीदी, तेजस्वी यादव, स्टालिन साहब, पिनाराई विजयन, उद्धव ठाकरे जेल के अंदर होंगे। जितने भी विपक्ष के नेता हैं जेल में होंगे। इन्होंने आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन की राजनीति खत्म कर दी। शिवराज सिंह चौहान जिन्होंने मध्य प्रदेश का चुनाव जिताया, उन्हें सीएम नहीं बनाया, उनकी राजनीति खत्म कर दी। वसुंधरा राजे, खट्टर साहब, रमन सिंह की राजनीति खत्म कर दी अब अगला नंबर योगी आदित्यनाथ का है। अगर ये चुनाव यह जीत गए तो दो महीने में उत्तर प्रदेश का सीएम बदल दिया जाएगा यही तानाशाही है।
अमित शाह को वोट मांग रहे मोदी
केजरीवाल ने कहा कि मैं भाजपा से पूछता हूं कि आपका प्रधानमंत्री कौन होगा? मोदी जी अगले वर्ष 75 साल के हो रहे हैं, भाजपा के अंदर 2014 में मोदी जी ने खुद नियम बनाए थे कि बीजेपी में जो भी 75 साल का होगा उसे रियाटर कर दिया जाएगा। अब मोदी जी रिटायर होने वाले हैं। अगर इनकी सरकार बनी तो सबसे पहले दो महीनों में वे योगी जी को निपटाएंगे, इसके बाद अगले साल सबसे खास अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाएंगे। मोदी जी अपने लिए वोट नहीं मांग रहे हैं ये अमित शाह के लिए वोट मांग रहे है।
दिल्ली को ठग रहे केजरीवाल : सचदेवा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि
50 हज़ार के मुचलके पर छूटे अरविंद केजरीवाल जो एक फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते, दिल्ली सचिवालय में जा नहीं सकते उनसे ऐसी ही बयानबाजी की उम्मीद की जा सकती है। दिल्ली को ठगने का काम अरविंद केजरीवाल ने किया है। उन्हें सोचना चाहिए कि 1 तारीख के बाद क्या होगा। इस्तीफा न देने का एक मात्र कारण यह है कि राजमहल का मोह उनसे नहीं छूटता।