नोएडा। पुलिस ने ऐसे ठग गैंग का खुलासा किया है जो युवाओं की नौकरी विदेश में लगवाने के नाम पर उनसे ठगी करता था। गैंग ने 12 सौ से अधिक लोगों से ठगी का गुनाह भी कबूला है। इस गैंग के 11 सदस्य पुलिस के हाथ लगे हैं, इनके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत पासपोर्ट आदि सामान बरामद हुआ है।
कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस ने गिरोह के सरगना मेरठ निवासी समीर शाह समेत 11 आरोपियों को दबोच लिया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। आरोपी सेक्टर-132 में कॉल सेंटर खोलकर देश के कई राज्यों के लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 755 फर्जी नियुक्ति पत्र, 140 पासपोर्ट, कंप्यूटर, लैपटॉप समेत अन्य सामान बरामद किए हैंं। जालसाज पिछले चार साल से ऑफिस बदल बदल कर इस तरह की ठगी को अंजाम देते थे। मंगलवार रात को एसीपी प्रवीण सिंह के नेतृत्व में कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस की टीम ने सेक्टर-132 स्थित अर्बटेक ट्रेड सेंटर में इको इंटरप्राइजेज कंपनी के दफ्तर में दबिश दी। मौके पर छानबीन में नौकरी दिलाने के नाम पर कॉल सेंटर चलाने की जानकारी मिली। पुलिस ने मौके से 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस छानबीन में पता चला कि गिरोह के आरोपी बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क कर विदेश में अच्छी सैलरी वाली नौकरी देने का झांसा देते थे। इसके एवज में उनसे लाखों रुपये लेकर फरार हो जाते थे। डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि पुलिस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की जानकारी जुटा रही है। साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक इतिहास का पता लगा रही है।
गैंगस्टर की होगी कार्रवाई
एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी समीर शाह, बिहार निवासी नंद किशोर प्रसाद, मोहम्मद अली अख्तर, मोहम्मद एजाज, एजाज, एजाज अहमद, मोहम्मद नाजिम, पश्चिम बंगाल निवासी मुश्ताक खान, इंद्रजीत दास, झारखंड निवासी किशोर प्रसाद और दिल्ली निवासी नजराना के रूप में हुई है। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों का बैंक खाता जब्त किया है। जबकि उनके मोबाइल और सोशल साइट की जांच की जा रही है। साथ ही चार वर्षों में आरोपियों ने किन-किन शहरों में दफ्तर खोलकर ठगी की यह भी पता लगाया जा रहा है।
Discussion about this post