गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के गुलाब वाटिका कॉलोनी में बुधवार सुबह घर में मां यशोदा देवी (65) और बेटे बिजेंद्र (35) के शव कमरे में खून से लतपथ पड़े मिले। मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, साथ ही शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं। घटनाक्रम के वक्त परिवार के अन्य सदस्य तीसरी मंजिल पर सो रहे थे। जबकि दूसरी मंजिल पर मां बेटा लेटे थे।
बताया जाता है कि मृतका यशोदा देवी के पति की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। यशोदा का बेटा बिजेंदर दिव्यांग था। मकान की तीसरी मंजिल पर बिजेंदर का भाई धर्मेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है। सुबह यशोदा और उसके बेटे बिजेंदर का शव कमरे में बेड के ऊपर मिला। दोनों लहूलुहान पड़े थे। धर्मेंद्र के बच्चे जब नीचे आए तो उन्हें घटना का पता चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। परिवार का आरोप है कि हत्यारे घर में घुसे और यशोदा और विजेंद्र की हत्या कर दी।
परिजनों से हुई पूछताछ
थाना लोनी बॉर्डर के गुलाब वाटिका क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद धटना स्थल पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही परिवार वालों से पूछताछ की गई। पुलिस फिलहाल वारदात के मोटिव को नहीं तलाश सकी है। हालांकि एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
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