गाजियाबाद। कूलिंग फैक्ट्री में लगी आग को 13 घंटे बाद बुझाया जा चुका है। इस आपरेशन के लिए हापुड़, नोएडा व बागपत से दमकल गाड़ियां मंगवाई गई थीं। आग से हुई क्षति का आंकलन नहीं हो सका है। आग लगने की वजह फिलहाल दमकल विभाग के अफसर तलाशने में जुटे हैं।
चीफ फायर ऑफिसर राहुल पाल ने बताया की 5 मई को रात 09:27 बजे कंट्रोल रूम वैशाली फायर स्टेशन को इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर 09 में पहाड़पुर कूलिंग टॉवर्स प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर तीन फायर टेंडर मय फायर सर्विस यूनिट वैशाली फायर स्टेशन से और एक-एक फायर टेंडर साहिबाबाद और कोतवाली फायर स्टेशन से फायर सर्विस यूनिट घटनास्थल के लिए रवाना हुए। औधोगिक ईकाई में कूलिंग टॉवर्स के फाइबर, प्लास्टिक और लकड़ी के पार्टस उत्पादन करने वाले टीन शेड से निर्मित लगभग 5 हजार वर्गमीटर के वर्क हॉल में हर तरफ फैल चुकी आग को फायर टेंडर्स से पम्पिंग कर आग को बढ़ने से रोकने के लिए चारों तरफ से पानी डालकर बुझाना शुरू किया। आग के विकराल रूप को देखते हुए तीन और अतिरिक्त फायर टेंडर वैशाली फायर स्टेशन से और एक-एक फायर टेंडर साहिबाबाद, कोतवाली, लोनी, मोदीनगर फायर स्टेशन से और एक-एक फायर टेंडर गौतमबुद्ध नगर और हापुड़ जनपद से और एक फायर टेंडर टाटा स्टील इकाई, साहिबाबाद से भी मौके पर बुलाए। इस टीन शेड के अंदर हजारों की संख्या में फाइबर और प्लास्टिक पार्ट्स के उत्पादन में प्रयुक्त होने वाला तीव्र ज्वलनशील रासायनिक तरल पदार्थ के ड्रम भी रखे हुए थे जिनमें लगातार भयंकर आवाज के साथ विस्फोट हो रहे थे।
आसपास की फैक्टरी भी चपेट में आईं
इन्हीं ड्रम के तीव्र विस्फोट के कारण इस औद्योगिक इकाई के आग वाली साइड में स्थित एक अन्य औद्योगिक ईकाई योर्को साइंटिफिक इंडस्ट्रीज प्राo लिo और एक धार्मिक स्थल में भी आग पहुंच गई। जिसको कि एक-एक फायर टेंडर उन परिवारों के अन्दर भेजकर आग उन परिसरों में लगी आग बुझाई गई। कुल 15 फायर टेंडर ने नजदीकी जल स्रोतों से पानी प्राप्त करते हुए आग को अगले दिन 6 मई को10:30 बजे बुझाया गया।
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