गाजियाबाद। इंदिरापुरम के रहने वाले प्रशान्त के साथ शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने के नाम पर 71 लाख 35 हजार रुपए की ठगी की घटना सामने आई है। ठगी का अहसास होने पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही प्रशांत की रकम वापस कराई जाएगी। पुलिस लगातार लोगों को साइबर ठगी के प्रति जागरूक कर रही। इसके बाद भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
साइबर थाने में शिकायती पत्र देते हुए प्रशान्त ने बताया कि शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करने को लेकर मैसेज आया। जिसमें प्रशांत को इन्वेस्ट कर शेयर मार्केट में हंड्रेड परसेंट मुनाफा का झांसा दिया गया। और उन्हें बताया गया कि अप के माध्यम से अगर वह इन्वेस्ट करते हैं तो उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। प्रशांत ने बताया साइबर अपराधियों द्वारा उनसे एक रजिस्ट्रेशन करा कर वॉलेट बनवाया गया। जिसमें रुपए इन्वेस्ट कराएंगे। इन्वेस्ट रुपए के साथ-साथ मुनाफे की भी रकम दिखा रहे थे। प्रशांत से साइबर ठाकुर ने डेढ़ महीने में लगभग 71 लाख 35 हजार रुपए इन्वेस्ट करवा लिए। जब प्रशांत ने इन्वेस्ट किए गए रुपए निकालने का प्रयास किया तो रुपए नहीं निकाल पाए और कंपनी की साइट और मोबाइल एप्लीकेशन ने काम करना बंद कर दिया।
खाता फ्रीज करने की कोशिश
मामले में एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि प्रशांत की शिकायत मिलने के बाद साइबर अपराधियों के खाते में भेजी गई रकम की जांच की जा रही है। जल्दी अकाउंट में रकम भेजी गई है। उनको फ्रीज करने का प्रयास किया जाएगा। एडीसीपी ने कहा कि पुलिस लगातार लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह किसी को भी अपने नंबर पर आने वाले ओटीपी, बैंक अकाउंट डिटेल, एटीएम नंबर किसी से भी शेयर ना करें, ना ही ऑनलाइन दर्ज कराएं।
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