गाजियाबाद। ईदगाह कालोनी में दो पक्षों में पुरानी रंजिश के चलते फायरिंग की घटना जांच में झूठी निकली है। एक नाबालिग लड़के व उसके भाई ने विरोधियों को फंसाने के लिए पुलिस को यह सूचना दी थी। जबकि जांच में स्थिति स्पष्ट हो गई है।
दरअसल, मुरादनगर की ईदगाह कॉलोनी निवासी परवेज व वकील के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों में मारपीट हो गई थी। बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह चांद और उसके चचेरे भाई शाहरुख ने सरकारी अस्पताल पहुंचकर सूचना दी कि उनके ऊपर गोली चलाई गई है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मय पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे और चांद व शाहरुख से पूछताछ की। एसीपी ने बताया कि मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच की गई। जांच में सामने आया कि चांद व शाहरूख ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए एयरगन से चांद के हाथ पर छर्रा मारकर अस्पताल में भर्ती हो गये। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते जांच शुरू की, जिसमें चांद को गोली लगने की सूचना फर्जी निकली।
सभी पर शांतिभंग की कार्रवाई
पुलिस ने एक पक्ष से चांद, वकील, शाहरुख और दूसरे पक्ष के अफजाल, परवेज व कदिर का शांतिभंग में चालान किया। वहीं, दुहाई में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पुल के पास झगड़ा कर रहे अमित का शांतिभंग में चालान किया। इसके अलावा ढिंडार गांव निवासी पप्पू उर्फ प्रभात का शांतिभंग में चालान किया गया।
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