गाजियाबाद। बिहार पुलिस का एक लाख का इनामी बदमाश सुशील राय यूपी व बिहार एसटीएफ के संयुकत अभियान में पकड़ा गया है। उस पर हत्या, डकैती, लूट समेत कई जघन्य वारदातों के केस दर्ज हैं। वह पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है। वह हत्या व डकैती के मुकदमे में दो साल से फरार चल रहा था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी सुशील राय ने पूछताछ में बताया कि वह 10वीं पास है। 2001 में गांव की जमीन की रंजिश को लेकर उसके भाई मुन्ना राय की हत्या सुबोध राय एवं रामाधार राय ने अपने परिजनों के साथ मिलकर कर दी थी। जिसका बदला लेने के लिए उसने रामाधार राय को गोली मारी थी। घायल रामाधार के परिजनों ने बेगूसराय में 307 का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में सुशील राय जेल गया था। इसके बाद सुशील राय 2002 में जमानत पर बाहर आ गया था। इस मामले में न्यायालय ने सुशील राय को 10 साल की सजा सुनाई थी। जेल में रहने के दौरान सुशील राय की दोस्ती बिहार के टाइगर गैंग के कुख्यात सरगना जोगी टाईगर से हो गई थी। सुशील राय ने जोगी टाइगर गैंग के साथ मिलकर 2002 में आलोक राजगरिया, जो अभ्रक बनाने की फैक्टरी चलाता था। उसका अपहरण कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। वहीं, बिहार पुलिस ने आलोक राजगरिया को सकुशल बरामद कर सुशील राय को गिरफ्तार किया था। इस मामले में न्यायालय ने सुशील राय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन बाद में सुशील राय सर्वोच्च न्यायालय से बरी हो गया था।
हत्या कर लूटा था ट्रैक्टर
9 सितंबर 2022 को सुशील राय और उसके भाई शिवलोचन ने सुबोध राय के बेटे अवनीश व रजनीश से ट्रैक्टर छीना और उसको गोली मार कर घायल कर दिया था। इस घटना में अवनीश की मौत हो गई थी। इस मामले में थाना तेघड़ा जनपद बेगूसराय पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद सुबोध राय व उसके परिजनों पर सुशील राय द्वारा 18 अगस्त 2023 को समझौता करने का दबाव बनाने के लिए घर पर चढ़कर कई गोलियां चलाई गई थी। इस मामले में भी रिपोर्ट दर्ज हुई थी। तभी से सुशील राय फरार चल रहा था। सुशील राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस महानिदेशक बिहार ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
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