बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में अजीबोगरीब घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। वहीं सुसाइड नोट में लिखा है कि अपने पिता की मौत के सदमे में वह आत्महत्या कर रही है। जबकि पिता की मौत को चार साल बीत चुके हैं। इस मामले में पुलिस ने कई पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के शांतिनगर मोहल्ला निवासी नीलम (32) ने गुरुवार को दोपहर घर के कमरे में पंखे से प्लास्टिक की रस्सी से फंदा लगा लिया। घटना के समय उसके बच्चे आकांक्षा (9), अनन्या (7) व आदित्य (5) बगल के कमरे में खेल रहे थे। कुछ देर बाद पति सूर्यभान दुकान से चेक लेने घर आया तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। उसने बच्चों से मां के बारे में पूछताछ की, तो बच्चों ने बताया कि मां अंदर कमरे में सो रही है। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद जब कोई उत्तर नहीं मिला तो उसने फोन से नीलम के मामा कताई मिल निवासी जगतपाल को बुलाया। मामा के आने पर दोनों से खिड़की को धक्का देकर अंदर देखा, तो नीलम फंदे से लटकी थी। पति ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजे का लॉक तोड़कर शव को बाहर निकाला। बालों में सुसाइड नोट भी खुसा हुआ मिला। पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लिया है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
चार साल पहले कोरोना से हुई थी पिता की मौत
पति सूर्यभान ने बताया कि वह छोले भठूरे का ठेला लगाता है। वह सुबह ठेला लगाने चला गया था। पति ने बताया कि ससुर की मौत चार साल पहले कोरोना से हुई थी। शहर कोतवाल अनूप दुबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया खुदकुशी है। मृतका ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
यह लिखा था सुसाइड नोट में
शहर कोतवाल अनूप दुबे के मुताबिक सुसाइड नोट में महिला ने लिखा है कि पिता की मौत के बाद अंदर ही अंदर टूट चुकी हूं। मेरी खुदकुशी करने में पति का दोष नहीं है। मेरे बच्चों का ख्याल रखना। शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना। पति से उसे कोई शिकायत नहीं है। नौ साल की बेटी आकांक्षा के मुताबिक मां नीलम गुरुवार सुबह घर से फूल खरीदने निकली थी, लेकिन जब लौटी तो फूल के साथ-साथ उनके हाथ में रस्सी भी थी। किसी को क्या पता था कि नीलम मौत को गले लगाने का इरादा करके ही घर से निकली थी।
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