गाजियाबाद : जेल गए रालोद नेता पर जानलेवा हमले के आरोपी, घायल की हालत में सुधार

गाजियाबाद। जिले में कविनगर थाना क्षेत्र में रालोद नेता लोकेश चौधरी पर फायरिंग के आरोपी सगे भाइयों का पुलिस ने चालान कर दिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, यहां से दोनों न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए हैं। वहीं आरोपियों पर पिस्टल व कारतूस बरामद होने के कारण पुलिस ने आर्म्स एक्ट का एक मुकदमा उन पर और दर्ज किया है। इधर, घायल लोकेश की हालत में सुधार बताया जा रहा है।

पुलिस ने दो सगे भाइयों राशिद,साहिब पुत्र शब्बीर निवासी संजय नगर थाना मधुबन बापूधाम को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार दोनों भाइयों ने 16 अप्रैल को लोकेश चौधरी पर जानलेवा हमला किया था। गिरफ्तार दोनों भाइयों ने बताया कि उन्होंने लोकेश से डेढ़ लाख रूपए उधार लिए थे। रुपए मांगने को लेकर भाई अक्सर बदतमीजी करते थे। जिससे नाराज होकर हम लोगों ने लोकेश को गोली मारने की योजना बनाई थी। लोकेश के भाई अनिल ने 16 अप्रैल को दो अज्ञात लोगों पर गोली मारने का मामला दर्ज करवाया था। लोकेश को गोली मारने के पीछे राशिद और साहिब के पुलिस की मैनुअल जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों सगे भाइयों को राजनगर कट के पास से गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाइयों ने पूछताछ में लोकेश को गोली मारने की बात को कबूल कर लिया। पुलिस की पूछताछ में राशिद ने बताया कि मैने लोकेश से काफी दिन पहले डेढ लाख रू) उधार लिये थे। जिनमें से काफी रूपये वापस कर चुका हूँ फिर भी वह अपने चार पाँच लाख रूपये और बताता था।आये दिन मुझे जहाँ भी मिलते वहीं लोकेश बदतमीजी करते हुए अपने पैसे मांगता था। इसी बात पर मुझे गुस्सा आ गया फिर मैने पूरी बात अपने भाई साहिब को बताई। फिर हम दोनो भाईयो ने लोकेश को गोली मारने की योजना बनाई। साहिब ने पूछताछ के दौरान बताया कि अपने भाई राशिद की बात का समर्थन करते हुए बताया कि जब मेरे भाई राशिद ने यह सब बात मुझे बताई तो मुझे भी गुस्सा आ गया और मैं अपने भाई के साथ घटना वाले दिन लोकेश को गोली मारने के लिए आया था। पुलिस ने दोनों भाइयों के पास से एक पिस्टल और दो कारतूस बरामद किए हैं।

आरोपियों ने गुनाह कबूला
डीसीपी सिटी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि दोनों सगे भाइयों को पुलिस गिरफ्तार कर लिया है और उन्होंने पूछताछ के दौरान लोकेश को गोली मारने की बात को कबूल भी कर लिया है। दोनों ही आरोपियों को जेल भेजा गया है।

Exit mobile version