गाजियाबाद। जिले कौशांबी थाने में सात लोगों पर ऑफिस बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
शिकायती पत्र देते हुए पीड़ित ने बताया कि उन्होंने वैशाली के शॉपिंग कॉम्पलेक्स में कंपनी का ऑफिस खरीदने का कुछ लोगों से डेढ़ करोड़ में सौदा तय किया था। रुपए एडवांस देने के बाद भी उन्हें ऑफिस नहीं मिला तब उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले में कर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है जल्दी जांच कर पीड़ित की रकम वापस करने का प्रयास किया जाएगा पुलिस को दिए शिकायती पत्र में वैशाली के रहने वाले वरुण त्यागी ने बताया कि राम सेवक त्यागी व प्रशांत त्यागी उनकी जान पहचान थी। उन दोनों लोगों ने वरुण को बताया कि वह वैशाली स्थित शॉपिंग कॉम्पलेक्स में एक ऑफिस है जो वह बेच रहे हैं। इसके बाद वरुण ने दोनों लोगों से डेढ़ करोड़ में ऑफिस का सौदा तय कर लिया और उन्हें बयाने के रूप में करीब सात लाख रुपए दे दिए थे। बकाया रुपया वरुण ने इन लोगों को दे दिया इसके बाद उन्होंने ऑफिस की रजिस्ट्री करने की बात कही तो यह लोग नई-नई बातें बताकर टालते रहे। जब वरुण दोनों लोगों से नाराजगी होकर अपने पैसे वापस मांगे तो दोनों लोगों ने वरुण को धमकी दे डाली। इसके बाद वरुण ने रामसेवक त्यागी, प्रशांत त्यागी,रामसेवक की पत्नी, पोती और तीन अज्ञात लोगाें पर धोखाधड़ी और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करवाया है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
एसीपी स्वतंत्र कुमार का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है। मामला लेनदेन का है। इसलिए बारीकी से जांच की जा रही है ताकि किसी भी तरह की किसी पक्ष को कोई दिक्कत हो। अगर नामजद लोगों ने पीड़ित की रकम के साथ धोखाधड़ी की है तो उसकी रकम वापस करने का प्रयास किया जाएगा और आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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