मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में शनिवार को एक तेंदुआ ने दहशत फैला रखी है। तेंदुआ एक घर में घुस गया। वहां एक कमरे में दोपहर बाद तक बैठा रहा। जबकि उस कमरे से सटे कमरे में इस घर में रहने वाले पांच लोग थे। पुलिस समेत वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बाहरी दीवार काटकर परिवार को सुरक्षित निकाला गया। फिलहाल तेंदुआ पकड़ने के लिए जाल, पिंजरा व ट्रैंकुलाइजर तैयार किया जा चुका है। ताकि बाहर आते ही उसे धर दबोचा जाए।
शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे एक घर में तेंदुआ घुस गया। 5 घंटे से एक कमरे में बैठा है। बगल के कमरे में 5 लोग बंद थे। इसमें 2 बच्चे शामिल भी थे। मगर जिस कमरे में पांचों थे, उसमें कुंडी नहीं थी। खुद को बचाने के लिए हाथ से दरवाजा बंद किए रहे। तेंदुए की दहशत से बच्चे की तबीयत बिगड़ गई है। इसके बाद परिवार को बचाने के लिए अफसरों ने घर बनाने वाले राजगीर को बुलाया। राजगीर ने 1 घंटे में छैनी, हथौड़ी से दीवार में एक बड़ा सा होल किया। इसके बाद टीम अंदर घुसी। अफसरों ने परिवार से बात की है। परिवार को पानी की बोतल दिया। थोड़ी देर बाद परिवार को घर के बाहर ले आई। फिलहाल, तेंदुआ कमरे में ही हैं। उसके पकड़ने के लिए घर के बाहर पिंजड़ा लगा दिया है। इसके साथ ही ट्रेंकुलाइजर भी रेडी हैं। गांव वालों ने बताया कि सुबह से अब तक तेंदुआ 3-4 लोगों पर हमला कर चुका है। उन्हें हल्क चोटें भी आई हैं।
पहले छतों पर घूम रहा था तेंदुआ
पूरा मामला कसेरुबक्सर इलाके का है। शनिवार सुबह 9 बजे के लोगों ने तेंदुए को छतों पर घूमते हुए देखा। तेंदुए को देखकर लोग घबरा गए। वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। मौके पर लालकुर्ती थाना की पुलिस पहुंची। थोड़ी देर बाद वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। मगर तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। तेंदुआ छतों पर दौड़ते हुए आगे निकल गया। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारी छत पर चढ़ गए और पब्लिक को जाल पकड़ाकर नीचे खड़ा कर दिया।
दहशत में पूरा परिवार
मगर तब भी तेंदुआ नहीं पकड़ा गया, बल्कि उसने एक युवक के सिर पर हमला कर दिया और छत के रास्ते एक मकान में घुस गया। इसके बाद ग्रामीण ने उस घर का दरवाजा बंद कर दिया। जिस मकान में तेंदुआ घुसा, उसमें ललित अपनी मां सुशीला, पत्नी मंजू, बेटे मिंकू (11) और 10 साल की बेटी के साथ रहता है।
उसका बेटा बीमार चल रहा है। वह मजदूरी करता है। ललित ने तेंदुआ को देखा तो उसके होश उड़ गए। उसने आनन-फानन में सभी को घर के कमरे में बंद कर दिया। मगर जिस कमरे में पांचों बंद हुए। उसमें कुंडी नहीं थी। सभी हाथों से दरवाजा बंद कर बैठे रहे।