गोरखपुर। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में साइबर अपराधियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दे डाला। यहां एक किसान के खाते से 65 लाख रुपये निकाले गए हैं। दो साल पहले औद्यौगिक क्षेत्र गीडा में जमीन निकलने पर किसान को करोड़ों रुपए मुआवजा मिला था। पैसे को बढ़ाने के चक्कर में वह फर्जी इंश्योरेंस कंपनी के जाल में फंसकर दो साल में डेढ़ करोड़ से अधिक रकम गंवा दी। जब वह पैसा निकालने गया, तब पता चला कि वह ठगी का शिकार हुआ है। इसके बाद उसने साइबर अपराध थाने में तहरीर दी है। फिलहाल साइबर सेल इस मामले में जांच कर रही है।
गीडा इलाके 56 वर्षीय किसान भानू पांडेय ने पुलिस को बताया है, साल 2020 में उसे एक जमीन का करोड़ों रुपए मुआवजा मिला था। जिसके बाद उसने प्राइवेट बैंक में एक लाख और 7 लाख रुपए का इंश्योरेंस करवाया। इसके बाद उसके नंबरों पर कई कॉल आने लगी। उसे बताया गया कि वह बैंक से बोल रहे हैं अगर वह 56 लाख रुपए का प्लान में पॉलिसी करवाता है तो उसे आगे चलकर 90 लाख रुपए मिलेंगे। जो उसके बुढ़ापे का सहारा बनेगा।
लालच में आकर पॉलिसी करवा ली
भानू ने पुलिस को बताया कि उसने पॉलिसी करवा ली। इसके बाद वह ऑनलाइन कभी 5 लाख तो कभी 6 लाख रुपए उसमे जमा करता रहा। भानू के अनुसार वर्ष 2022 अक्टूबर माह से लगाए फरवरी 2024 तक उसने कुल एक करोड़ 65 लाख रुपए जमा कर दिए। इसी बीच वह पैसा निकालने बैंक गया तो पता चला कि वह पैसा कहीं और जमा कर रहा था। वहीं प्राइवेट बैंक में उसने जो एक लाख और 6 लाख रुपए की पॉलिसी करवाई थी, वह भी शर्तों के अनुसार पैसा नहीं जमा करने की वजह से डूब गया।
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