चित्रकूट। मरहूम माफिया मुख्तार अंसारी के फातिहा में उसका बेटा अब्बास अंसारी भी शामिल होगा। अब्बास कासगंज जेल में बंद है। हालांकि सुप्रीमकोर्ट ने तीन दिन की अनुमति दी है। अब्बास को पुलिस सुरक्षा में गाजीपुर ले जाया जाएगा। वापस 13 अप्रैल को कासगंज जेल ले जाया जाएगा। अब्बास के वकील सौभाग्य मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने इस मामले उत्तर प्रदेश शासन में जवाब मांगा था। जवाब पहुंचने के बाद कोर्ट ने फैसला दिया।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि, ऐसा कोई कारण नहीं कि फातिहा में शामिल होने की याचिका को खारिज किया जाए। इसलिए कोर्ट परमिशन देती है कि अब्बास अंसारी को आज शाम पांच बजे से पहले कासगंज जेल से निकालकर गाजीपुर ले जाया जाए। वहां से पुलिस की सुरक्षा में उसे पिता के फातिहा में शामिल कराया जाए। मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मौत की खबर कासगंज जेल के अफसरों ने ही उसके बेटे अब्बास को दी थी। इसके बाद वह फूट-फूट कर रोया था। अपने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए जेल प्रशासन से विनती करने लगा था। अब्बास ने अपने वकीलों के जरिए पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी। हालांकि, उसकी अर्जी पर सुनवाई नहीं हो पाई थी। इसके बाद वह जनाजे में शामिल नहीं हो पाया था। इसके बाद फातिहा में शामिल होने के लिए अब्बास ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी।
मनी लॉड्रिंग मामले में जेल में है बंद
सुभासपा विधायक अब्बास प्रयागराज मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद था। अब्बास को ईडी प्रयागराज इकाई ने 4 नवंबर, 2022 को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 तक कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी।18 दिसंबर को उसे पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था।
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