नोएडा। खराद फैक्ट्री की आड़ में हथियार बनाने और बेचने के कारोबार का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। चार तस्कर पकड़े गए हैं। जबकि इनके पास से भारी मात्रा में बने-अधबने असलाहे बरामद हुए हैं। इस गैंग का सरगना पहले भी असलाहे बनाने-बेचने के मामले में एसटीएफ द्वारा पकड़ा जा चुका है।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शातिरों में डासना निवासी शाह फहद, मूल रूप से मेरठ निवासी शिवमपाल, बिहार के बेगूसराय निवासी सादिक और लोनी बॉर्डर निवासी बादल हैं। शाह फहद गैंग का सरगना है। उसने 2011 में गाजियाबाद के एकेजी कॉलेज से इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था। उसने गाजियाबाद के मोरटा औद्योगिक क्षेत्र में लियो पार्ट इंडिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नाम से खराद की फैक्टरी खोली थी। इसी फैक्टरी में अवैध रूप से हथियार बनाए जाते थे। छापामारी के दौरान इस गैंग के पास से बिना नंबर की ब्रेजा कार सहित 15 लाख कीमत की पिस्टल, 111 अधबने तमंचे, 9 तमंचे और इन्हें बनाने के उपकरण व कलपुर्जे बरामद हुए हैं।
कहां-कहां की सप्लाई, जांच शुरू
असलाहों की सप्लाई इस गैंग ने कहां-कहां की है, इसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। ताकि संबंधित जिलों की पुलिस को अलर्ट भेजा जा सके। वहीं आरोपियों ने कबूला कि अब वो अपनी फैक्ट्री बुलंदशहर में शिफ्ट करने की तैयारी में थे। डीसीपी सेंट्रल सुनीति और एडीसीपी ह्रदेश कठेरिया ने बताया कि सोमवार को इकोटेक-3 थाना क्षेत्र के खेड़ा चौगापुर गोलचक्कर के पास चेकिंग कर रही थी। बिना नंबर प्लेट की ब्रेजा कार को रोककर तलाशी ली गई। तलाशी में कार की डिग्गी में से 30 बोर की पिस्टल, 9 तमंचे, 111 अधबने तमंचे, कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए।
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