गाजियाबाद। नमो भारत ट्रेन में जरूरी सामान खोने पर उसे उसके सही मालिक तक पहुंचाने के लिए एनसीआरटीसी ने पहल शुरू की है। इसके लिए अलग से आफिस बनाया गया है। इसमें ट्रेन में खोया या भूलवश छूटा हुआ सामान उनके मालिकों को सौंपा जाएगा।
एनसीआरटीसी ने लॉस्ट प्रापर्टी आफिस रैपिड रेल स्टेशन के कॉन्कोर्स लेवल पर बनाया गया है। ट्रेन या स्टेशनों पर पाई जाने वाली कोई भी लावारिस वस्तु स्टेशन नियंत्रण कक्ष में जमा कर ली जाती है। 24 घंटे में यदि कोई उस पर दावा नहीं करता है तो उसको लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस में जमा कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के तहत जब खोई हुई वस्तु एलपीओ में स्थानांतरित हो जाती है, तो इसे वेबसाइट पर लॉस्ट एंड फाउंड सेक्शन के तहत सूचीबद्ध किया जाता है। वेबसाइट के जरिए वस्तुओं के दावेदार अपनी खोई हुई वस्तुओं की खोज कर सकते हैं। इसके साथ ही वस्तु के संबंध में अपना स्वामित्व एवं व्यक्तिगत पहचान का प्रमाण देने के लिए गाजियाबाद स्टेशन के लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस में आ सकते हैं। सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण के बाद खोई हुई वस्तुओं को उनके असली मालिकों को वापस किया जाता है।
कई यात्रियों का सामान लौटाया
अभी तक इस आफिस से कई यात्रियों का सामान लौटाया जा चुका है। ये वो सामान था, जिसे सफर के दौरान यात्री ट्रेन में भूल गए थे। हालांकि इससे पहले स्टाफ ने सामान के बारे में यात्रियों से पूछताछ की। उसकी सही पहचान पूछी। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही उन्हें सामान सौंपकर रिसीव कराया गया।