नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय यात्रा पर भूटान पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी के पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद उनका स्वागत भूटान के पीएम शेरिंग टोबगे ने किया। जिसके बाद पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके बाद भूटान के लोगों ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। जिग्मे लोसेल प्राइमरी स्कूल के स्कूली बच्चे भी सड़क पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़े दिखे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। हर पुरस्कार अपने आप में विशेष होता ही है, लेकिन जब किसी अन्य देश से पुरस्कार मिलता है तो यह महसूस होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। 140 करोड़ भारतवासी जानते हैं कि भूटान के लोग उनके अपने परिवार के सदस्य हैं, भूटान के लोग भी यह जानते हैं और मानते हैं कि भारत उनका परिवार है। हमारे संबंध, मित्रता, आपसी सहयोग और विश्वास अटूट है। इसलिए मेरे लिए आज का यह दिन बहुत विशेष है। कहा कि भारत और भूटान एक साझी विरासत का हिस्सा है। भारत भगवान बुद्ध की भूमि है, उनकी तपोस्थली है।
संबंधों को देंगे नई ऊंचाइयां
भारत वह भूमि है जहां बुद्ध को बोध प्राप्त हुआ था। भूटान ने भगवान बुद्ध की उन शिक्षाओं को आत्मसात किया, उन्हें संरक्षित किया। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आने वाले 5 वर्षों में हम दोनों देशों के पारस्परिक सहयोग को नई ऊंचाई देंगे। हम भारत-भूटान के बीच कनेक्टिविटी, ट्रेड, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर में नई संभावनाओं पर काम करेंगे
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