गाजियाबाद। साल 2019 के मुकदमे में फरार शातिर अभियुक्त राहुल मिश्रा को पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने गंगनहर पटरी थाना मुरादनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि राहुल पर 20000 रुपये का इनाम घोषित था और वह 5 साल से फरार चल रहा था। पुलिस लगातार राहुल की तलाश में थी, लेकिन वह पुलिस के हथे नहीं चढ़ पाया। आखिर मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच ने राहुल को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि राहुल पर मुरादनगर थाने में 2019 में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद से राहुल लगातार फरार चल रहा था। राहुल की गिरफ्तारी पर पुलिस उपायुक्त ग्रामीण जोन ने 16 मार्च को 2024 को 20000 रुपए का पुरस्कार घोषित करने का एलान किया। पुलिस की पूछताछ राहुल ने बताया कि वह बीए पास है। मूल रूप से लार जनपद- देवरिया उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। राहुल कैलाश हॉस्पिटल सैक्टर 71 नोएडा मे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। उसनें नौकरी लगाने के नाम पर कुछ लोगो से धोखा-धडी करके रुपए ले लिये थे। जब उन लोगो ने दबाव डाला तो राहुल ने आदित्य पाण्डेय नामक के व्यक्ति से भी धोखाधडी से 12,50,000 ले लिए और बाद में लौटने की बात कही। आदित्य पांडे लगातार राहुल से बार-बार रुपए मांगने पर राहुल ने वादी आदित्य पाण्डेय को धमकी देकर बलैकमेल करने लगा और अपना मकान भी बदल दिया। इसके बाद राहुल पुलिस को भी चकमा देकर फरार हो गया। राहुल सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के साथ-साथ तरह-तरह के तरीके अपनाकर लोगों को शिकार बनाता था।
पांच साल तक कहां रहा, जांच जारी
राहुल 5 साल तक कहां-कहां रहा और कहां-कहां गया इसकी जानकारी जुटाने के लिए पुलिस राहुल से लगातार पूछताछ कर रही है। राहुल से यह भी पूछताछ की जाएगी कि उसने अब तक कितने लोगों से ठगी करके रुपए ऐंठे हैं।
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