गाजियाबाद। किसान आंदोलन के कारण यूपी गेट पर बंद किया गया रास्ता खोला जा रहा है। काफी हद तक काम पूरा हो चुका है। ऐसे में अब इस रूट से गुजरने वाले रोजाना के तकरीबन दो से ढाई लाख वाहनों के चालकों को सहूलियत मिलने लगी है।
पिछले 36 दिनों से रास्ता बंद होने से करीब दो लाख वाहन प्रतिदिन प्रभावित हो रहे थे। इससे प्रति वाहन करीब 50 रुपये का अतिरिक्त ईंधन फुंक रहा था। ऐसे में 10 लाख रुपये का ईंधन प्रतिदिन यानी 36 दिन में साढ़े तीन करोड़ से अधिक का अतिरिक्त ईंधन फुंक गया। 11 फरवरी की रात यूपी गेट पर राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ (एनएच-नौ) की सर्विस लेन दिल्ली पुलिस ने पूरी तरह से सील कर रखी थी। आवाजाही पूरी तरह बंद कर कड़ा सुरक्षा पहरा था। एनएच नौ व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भी बैरिकेडिंग की गई थी। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार रात को गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेड हटा दिए हैं। किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए पुलिस ने एनएच-नौ की दोनों सर्विस लेन को सीमेंट की दीवार बनाने के साथ ही कटिले तार लगा दिए थे। वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद थी।
बुलडोजर से ढहाई दीवार
पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि किसानों के दिल्ली कूच के चलते बॉर्डर को बंद किया गया था। मंगलवार रात से बॉर्डर को खोलने का काम शुरू कर दिया था। अब राहगीरों को आसानी से वाहन निकालने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
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