गाजियाबाद। चार दिन पहले लापता हुए ट्रांसपोर्टर जगदीप का शव बुलंदशहर की गुलाठी नहर में मिला। पुलिस को शव के पास मिले पर्स में आधार कार्ड,पैन कार्ड मिला जिससे से ट्रांसपोर्टर जगदीप के शव की पहचान हुई। बुलंदशहर पुलिस ने शालीमार गार्डन थाना पुलिस को सूचना दी। बुलंदशहर पुलिस ने ट्रांसपोर्टर जगदीप के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर शालीमार गार्डन थाना पुलिस को शव सौंप दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
उधर शालीमार गार्डन थाना पुलिस ने बताया कि ट्रांसपोर्टर जगदीप की पत्नी सविता ने आठ लोगों पर अपहरण और कारोबार में विश्वास तोड़ने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने बताया कि जगदीप का सीमापुरी पर ट्रांसपोर्ट का काम है उनके साथ हरियाणा के रहने वाले दीपू भी ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। 16 मार्च को जगदीप ने साहिबाबाद कोतवाली में ट्रक चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद वह शाम को कहीं चले गए देर रात तक घर नहीं लौटे तो परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ऑफ परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन जगदीप का कोई पता नहीं चल पाया। जब पुलिस ने जगदीप के मोबाइल की लोकेशन चांगली तो वह मुरादनगर घाट के पास दिखाई दी, लेकिन इसके बाद भी जगदीप का कोई पता नहीं चला। चार दिन बाद जगदीप का शव बुलंदशहर की गुलावठी नहर में मिला। बुलंदशहर पुलिस को जगदीप के शव के पास से एक पर्स मिला जिसमें उनका व उनकी पत्नी का आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुआ। जिससे पुलिस ने उनकी शव की पहचान की।
कई पहलुओं पर चल रही जांच
एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया की ट्रांसपोर्टर जगदीप की पत्नी सविता ने दीपू सिंह, मनीष, रवि, राजेश, कैलाश, डैनी, आशु और दीपू पर नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस तमाम पहलुओं पर जांच कर रही है जांच में जो भी तथ्य निकाल कर आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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