गाजियाबाद। कम निवेश पर ज्यादा ब्याज और लाभ का लालच देकर चिटफंड कंपनी ने तकरीबन 10 हजार लोगों से करोड़ों की ठगी कर ली। कंपनी का नाम रायल फाइन इंडिया निधि लिमिटेड है। ब्रांच पर ताला लगा होने की सूचना मिलने पर लोग एकत्र होने शुरू हुए। विजयनगर थाने पर पहुंचे जमाकर्ताओं ने पुलिस को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस कंपनी के तीन कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
विजयनगर थाने के सामने प्रताप विहार सेक्टर-12 में रायलफाइन इंडिया निधि लिमिटेड के नाम से तीन-चार वर्ष पूर्व चिटफंड कंपनी का दफ्तर खुला। कंपनी ने जिलेभर में एक हजार से ज्यादा कलेक्शन एजेंट रखे। कंपनी ने मोबाइल एप भी बनाया हुआ था। इसमें बचतकर्ता अपनी जमा धनराशि की जानकारी प्राप्त कर सकें। पूरे जिले में ठेली, खोमचा, दुकान समेत अन्य छोटे व्यापारियों से कंपनी ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्र किए और सोमवार सुबह आफिस पर ताला डालकर फरार हो गए। कंपनी के एजेंट भी लोगों के फोन नहीं उठा रहे हैं। कुछ लोगों के पास उनके एजेंट ने कलेक्शन अगले कुछ दिन तक काम बंद रहने और उनकी जमा धनराशि सुरक्षित होने का मैसेज दिया तो उनका माथा ठनका। जब जमाकर्ता प्रताप विहार में शाखा पर पहुंचे तो वहां न कंपनी का बोर्ड मिला और न ही शाखा खुली हुई मिली। इसके बाद आपस में संपर्क कर लोगों की भीड़ जुटती रही। पीड़ित विजयनगर थाने पहुंचे और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने पीड़ितों से शिकायत लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
जल्द पकड़े जाएंगे मालिक
एसीपी कोतवाली प्रियाश्री ने कहा कि पीड़ितों की शिकायत पर जांच की जा रही है। कंपनी का आफिस बंद है। कर्मचारियों का पता लगाकर मालिकों को शीघ्र पकड़ा जाएगा।
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