गाजियाबाद : बिल्डर सहित आठ लोगों पर धोखाधड़ी का केस

गाजियाबाद। जिले में कोर्ट के आदेश पर इंदिरापुरम कोतवाली में नोएडा के बिल्डर सचिन दत्त उनकी पत्नी सहित कंस्ट्रक्शन कंपनी के आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया कि वसुंधरा के रहने वाले हरिओम शर्मा ने अपनी तहरीर में बताया था कि 2012 में वह फ्लैट खरीदने की तैयारी कर रहे थे। तब उन्हें जानकारी मिली की क्रॉसिंग रिपब्लिक में एनएच 24 के किनारे कंस्ट्रक्शन साइट है। वहां हरिओम शर्मा ने फ्लैट खरीदने लेकर पूरी जानकारी ली। इसके बाद बिल्डर सचिन दत्त से सिर्फ फ्लैट खरीदने को लेकर बातचीत हुई तब सचिन ने हरिओम को बताया फ्लैट खरीदने की तारीख से पोजीशन मिलने तक उनके फ्लैट का किराया कंस्ट्रक्शन कंपनी देगी। इस दौरान हरिओम से फ्लैट के 10 लाख 64000 बिल्डर सचिन ने जमा करवा लिए। इतना ही नहीं बिल्डर सचिन ने बैंक प्रबंधक से हवाला देकर लोन के लिए कागज भी जमा कर लिए। इसके बाद हरिओम को बैंक बुलाकर अलग-अलग कागजों पर साइन करा कर लोन के रुपए सीधे कंपनी के खाते में ट्रांसफर करवा लिए। हरिओम द्वारा पूरी रकम बिल्डर पर पहुंचने के बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिला। जब हरि ओम ने बिल्डर से ज्यादा बातचीत की तो उन्होंने फर्जी अलॉटमेंट लेटर उन्हें दे दिया था। हरिओम द्वारा पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में यह भी बताया गया था कि जिस फ्लैट का सौदा उनके लिए हुआ था वह फ्लैट बिल्डर सचिन ने किसी दूसरे व्यक्ति को भेज दिया था। धोखाधड़ी का एहसास होने के बाद हरिओम ने इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस को बिल्डर बाबा सचिन दत्त उनकी पत्नी व अन्य लोगों समेत करीब आठ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कोर्ट की शरण में गया पीड़ित
इसके बाद हरिओम ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के आदेश पर सचिन दत्त, उनकी पत्नी सुरुचि दत्त, राजेश भार्गव, बीएल मीणा, संजय जैन सहित आठ लोगों पर कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद एसीपी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है तीर्थ के भी ज्ञान दर्ज किए गए हैं और आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी।

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