गाजियाबाद : कहीं प्लाट दिलाने के नाम पर तो कहीं आनलाइन ठगी

गाजियाबाद। जिले में किसी से नौकरी दिलाने तो किसी से प्लाट दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले सामने आए हैं। इन मामलों की तहरीर पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही पीड़ितों की रकम वापस करने का प्रयास किया जाएगा।

कविनगर थाना क्षेत्र की शास्त्री नगर की रहने वाली रुचि गिरी ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि साइबर ठग ने उन्हें नौकरी देने का वादा करके 3 लाख 75 हजार रुपए की ठगी कर ली। साइबर ठग ने अपने जाल में फंसा कर वेबसाइट पर रिव्यू करने का टास्क देकर ₹50 प्रति रिव्यू देने की की थी। उन्होंने बताया कि टास्क पूरा करने के एवज में उन्हें पहले ₹350 भी साइबर ठग दिए गए। विश्वास में आकर साइबर ठगने रुचि से सिक्योरिटी के नाम पर कई बार में 3 लाख 75 हजार रुपए ठग लिए। कुछ दिन तक साइबर ठग रुचि को अपने झांसे में फंसा कर उन्हें बहलाते रहे, लेकिन जब उन्हें रिव्यू करने के पैसे नहीं मिले और उनकी जमा रकम भी वापस नहीं मिली तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। उधर विजयनगर की गौर सिद्धार्थम सोसायटी के निवासी नीरज श्रीवास्तव के साथ भी 17,700 रुपए की साइबर ठगी हो गई। नीरज ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उन्हें एक वेबसाइट बनवानी थी। इसको लेकर उन्होंने ऑनलाइन कस्टमर केयर पर संपर्क करके बातचीत की। जिस नंबर पर नीरज ने बात की उसे नंबर पर बताया गया कि उनके पास अंकित नाम का एक व्यक्ति आएगा वेबसाइट बनाने की जानकारी देगा वेबसाइट भी बनाएगा। उसके बाद अंकित उनके घर आया और नीरज से लिंक मंगवाकर 17,700 रुपए ठग लिए। नीरज ने कई बार कस्टमर केयर और अंकित नाम के व्यक्ति को कॉल किया लेकिन दोनों ने फोन नहीं उठाया तब उन्होंने पुलिस के मामले में शिकायत की।

प्लाट दिलाने के नाम पर ठगी
वहीं मोदीनगर इलाके की लंकापुरी में प्लॉट दिलाने के बहाने भोजपुर के ईसापुर गांव रहने नरेश पाल से लाखों रुपए की ठगी हुई है। नरेश पाल ने निरंजन नाम के व्यक्ति के खिलाफ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि निरंजन नाम के व्यक्ति ने ही प्लाट दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी की है। ठगी के सभी मामलों में पुलिस बारीकी से की जांच कर रही है।

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