नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये सीएए क्या है? केंद्र की बीजेपी सरकार का कहना है कि अगर तीन देशों – बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक भारतीय नागरिकता लेना चाहते हैं, तो उन्हें दी जाएगी। इसका मतलब है कि बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को हमारे देश में लाया जाएगा। उन्हें नौकरियां दी जाएंगी और उनके लिए घर बनाए जाएंगे। भाजपा हमारे बच्चों को नौकरी नहीं दे सकती लेकिन वे पाकिस्तान के बच्चों को नौकरी देना चाहते हैं। हमारे कई लोग बेघर हैं, लेकिन बीजेपी पाकिस्तान से आए लोगों को यहां बसाना चाहती है।
वे हमारी रोजगार उनके बच्चों को देना चाहते हैं। वे पाकिस्तानियों को हमारे घरों में बसाना चाहते हैं। भारत सरकार का जो पैसा हमारे परिवारों और देश के विकास के लिए इस्तेमाल होना चाहिए वह पाकिस्तानियों को भारत में बसाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान,अफगानिस्तान और बांग्लादेश रहने वाले अल्पसंख्यक माइनॉरिटी को हमारे देश के अंदर नागरिकता दी जाएगी। वहां पर लगभग ढाई से 3 करोड़ माइनॉरिटी है तीनों देशों के मिलाकर। अगर उनमें वह बहुत गरीब देश है अगर ऐसे हमने अपने देश के दरवाजे खोल दिए उनके लिए तो उन ढाई तीन करोड़ लोगों में एक डेढ़ करोड़ लोग भी हमारे देश में आ गए तो उनको कहां बसायेंगे। उनको कहां रहने की जगह देंगे, वहां उनको जॉब्स कहां से देंगे घर कहां से आएंगे और जो रोजगार हमारे बच्चों को मिलनी चाहिए वह रोजगार तो वह ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1947 में जितना बड़ा माइग्रेशन हुआ था। उससे कहीं ज्यादा बड़ा माइग्रेशन इस एक सीएए के कानून से होने जा रहा है। देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि अगर आपके घर के पास पाकिस्तान जाकर झुग्गी लगाकर बैठ गए आप पसंद करोगे। बांग्लादेश से पाकिस्तान से आपका पता नहीं वह कौन लोग हैं क्या है, उनके आने से डकैतियां,चोरियां बलात्कार बढ़ेंगे। देश की सुरक्षा व्यवस्था का क्या होगा चारों तरफ दंगे फैल जाएंगे। यह क़ानून लाकर बीजेपी केवल अपना वोट बैंक बनाना चाहती है। हमें दूसरे देशों से सीख लेनी चाहिए यूके ने भी यह किया था,कनाडा ने भी यह किया था। कनाडा में जो आया उसको दे दी नागरिकता आज देखो क्या हाल है हमारे देश के लोग तो देश छोड़कर जा रहे हैं।
झूठ बोलना बंद करें विपक्षी नेता
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर बीजेपी नेता आरएस प्रसाद ने कहा कि यह किसी भी भारतीय को उनकी नागरिकता से वंचित नहीं करता है। सीएए केवल उन लोगों को नागरिकता देता है। जिन्हें उनकी आस्था के आधार पर सताया गया है। मैं सीएए के नाम पर सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करने वालों से कहना चाहता हूं कि वे रुकें। झूठ बोलना बंद करें। मैं दक्षिण भारत, विशेषकर केरल और तमिलनाडु की पार्टियों से नफरत फैलाना बंद करने का आग्रह करता हूं।।
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