देवबंद जा रहे यति नरसिंहानंद को मेरठ में पुलिस ने रोका, वापस गाजियाबाद छोड़ा

मेरठ। गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत व महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को मेरठ पुलिस ने हिरासत में लिया। यति सहारनपुर के देवबंद में दारुल उलूम के मौलाना से चर्चा करने जा रहे थे। तभी परतापुर थाना पुलिस ने उन्हें रोककर हिरासत में ले लिया।

महामंडलेश्वर ने पुलिसवालों से कहा, आप अपने हो इसलिए मेरी आवाज बहुत शांत है। वरना दुनिया जानती है कि दुश्मनों के सामने मेरी आवाज कैसी है। उन्होंने कहा, यूट्यूब खोलकर मेरे भाषण सुन लो। मेरी आवाज पता चल जाएगी। गजवा-ए-हिंद को मौलाना इस्लामिक कह रहे हैं मैं वही समझने जा रहा हूं। ये इस्लामिक नहीं दादागिरी है। एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि महामंडलेश्वर परतापुर थाने पर डिटेन किया है। उनसे थाने पर सामान्य पूछताछ की गई। वहीं परतापुर थाने पर करीब डेढ़ घंटे तक बैठाया गया। इसके बाद पुलिस ने उनके पूरे काफिले को डासना मंदिर पहुंचाया। जहां महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को तीन दिन के लिए नजरबन्द कर दिया गया है।

मुझे रोका जाना अलोकतांत्रिक
उन्होंने कहा, मैं लोकतांत्रिक तरीके से मौलाना से मिलने जा रहा था। लेकिन मुझे अलोकतांत्रिक तरीके से रोका गया। कैदी बनाकर बैठाया गया। मैं सामान्य रूप से गजवा-ए-हिंद का अर्थ समझने जा रहा था। मुझे रोकना अलोकतांत्रिक है। कहा कि इस्लाम पर बात करने से मौलाना घबरा जाते हैं। इस्लाम पर बातचीत में ऐसा क्या है जिसे मौलाना छिपाना चाहते हैं। इस्लामिक दृष्टि से मौलानाओं ने गजवा-ए-हिंद को सही बताया है। तो वो हमें भी इसका मतलब समझा दें, ताकि हम हिंदू भी इसे समझ जाएं।

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