गाजियाबाद। जिले में दो लोगों से जमीन और दुकानें बेचने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी हुई है। ठगी की वारदात सामने आने के बाद दोनों लोगों ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की है। यहां एक व्यक्ति से नोएडा के औद्योगिक क्षेत्र में जमीन दिलाने के नाम पर 9.75 करोड़ व दूसरे व्यक्ति से परिसर में दुकान दिलवाने के नाम पर 85 लाख रुपए की ठगी हुई है। पुलिस दोनों ही मामलों में जांच कर रही है।
जिले के कविनगर के रहने वाले व्यापारी राजीव गोयल ने कविनगर के ही रहने वाले जेपी चड्ढा, मनजीत कौर, गुरलीन कौर व प्रदीप जैन के खिलाफ 9.75 करोड़ की ठगी व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में राजीव गोयल ने बताया 2014 में जेपी चड्ढा ने उन्हें नोएडा की सूरजपुर औद्योगिक क्षेत्र में जमीन बेचने की बात कही थी। जेपी चड्ढा के बताए गए नक्शे के आधार पर राजीव ने नोएडा की सूरजपुर औद्योगिक क्षेत्र में जमीन देखने के बाद 9 करोड़ 35 लाख रुपए में डील फाइनल कर दी। इसके बाद जेपी चड्ढा ने उन्हें 2015 में बैनामा कराने के बाद कही थी। इसके बाद उन्हें पता चला कि उसे जमीन पर पहले ही करोड़ों रुपए का लोन लिया जा चुका है और उनका बैनामा भी नहीं हो पा रहा है। कई साल बीतने के बाद भी जब जमीन राजीव गोयल के नाम नहीं हुई तो उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो इन लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद राजीव गोयल ने कविनगर थाने में जेपी चड्ढा, मनजीत कौर , गुरलीन कौर व प्रदीप जैन के खिलाफ धोखाधड़ी ठगी का मुकदमा दर्ज करा कर कार्रवाई की गुहार लगाई।
दुकान बेचने के नाम पर 85 लाख की ठगी
राजनगर के रहने वाले अनिल बंसल से दुकान बेचने के नाम पर 85 लख रुपए की ठगी हुई है। ठगी का एहसास होने पर अनिल ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की गुहार लगाइए। अनिल बंसल ने बताया कि बुलंदशहर रोड पर शॉपिंग कांप्लेक्स में दुकानें हैं जिन्हें बेचने के लिए बिल्डर प्रशांत गर्ग व निशांत गर्ग ने उन्हें 85 लाख रुपए में स्वागत है किया था। रकम देने के सालों बाद भी उन्हें दुकान नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने प्रशांत और निशांत को संपर्क कर रोकने रुपए वापस मांगे तो उन लोगों ने धमकी दी। अनिल की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मामले में एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया की ठगी के दोनों मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार करके पीड़ितों की रकम वापस कराई जाएगी। मामला कई साल पुराना होने की वजह से तहकीकात बारीकी से की जा रही है।
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