नोएडा। जिले की बेनेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अमरोहा जिले के छात्र यश मित्तल की उसके ही चार साथियों ने अपहरण के बाद हत्या कर दी। यश के अपहरण के बाद उसके परिवार वालों से 6 करोड़ की फिरौती भी मांगी गई थी। पुलिस ने हत्या आरोपी रचित को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर यश के शव को अमरोहा जिले की गजरौला थाना क्षेत्र के तेवा फैक्ट्री के पास से बरामद कर लिया। यश का शव मिलने के बाद से परिवार में कोहराम मच गया है।
यश के पिता प्रदीप मित्तल ने बताया उनका बेटा ग्रेटर नोएडा की दादरी इलाके में बेनेट यूनिवर्सिटी में बीए प्रथम वर्ष पढ़ाई करता था। 26 फरवरी की रात को ही यश का मोबाइल बंद हो गया था। इसके बाद 27 फरवरी को उनके फोन पर यश को छोड़ने के लिए छह करोड रुपए की फिरौती का मैसेज आया। तब यश के पिता प्रदीप ने दादरी थाने में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। प्रदीप ने यश के बारे में उसके दोस्तों से भी बार-बार पूछा लेकिन यश के बारे में उन्हें भी कोई जानकारी नहीं मिली। वही फिरौती का मैसेज आने के बाद प्रदीप ने दादरी थाने में अपने बेटे के अपहरण की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद शक के आधार पर एक-एक आरोपी व यश के साथियों को हिरासत में लेकर पूछना शुरू की तो घटना का पर्दाफाश हो गया।
पुलिस ने यश की हत्या में शामिल रचित नाम के युवक को गिरफ्तार किया। जिससे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने हत्या करने के बाद यश के शव को उसके ही जिले के तेवा फैक्ट्री में गड्ढा खोदकर दबा दिया था। पुलिस ने रचित की निशानदेही पर यश के शव को बरामद करके पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। फिहलाल यश की हत्या से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार रचित से पूछताछ की जा रही है। रचित के साथ यश की हत्या करने में कौन कौन साथी शामिल हैं उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर कार्यवाही की जाएगी।
बड़े व्यापारी हैं यश के पिता
अमरोहा जिले के गजरौला कोतवाली की टीचर्स कॉलोनी के रहने वाले प्रदीप मित्तल जिले के बड़े इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी हैं। यश उनका इकलौता बेटा था और एक बेटी इशिका मित्तल है। प्रदीप के दोनों ही बच्चे नोएडा में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। प्रदीप का कहना है कि अगर उन्हें यह आशंका होती कि उनके बेटे के साथ इस तरह की वारदात होगी तो वह अपने बेटे को नोएडा पढ़ाई के लिए नहीं भेजते। यश की मौत से सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
घर के पास ही दबाई लाश
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हत्या आरोपियों ने यश के मोबाइल सिम को दूसरे फोन में डालकर परिजनों को 6 करोड रुपए की फिरौती मांगने का मैसेज किया था। इतना ही नहीं हत्यारोपियों ने घटना को दूसरा एंगल देने के लिए हत्या करने के बाद उसके घर के आसपास ही शव को दबा दिया था ताकि घटना का शक उन लोगों पर ना हो, लेकिन पुलिस ने हत्या आरोपी रचित से सख्ती से पूछताछ की तो यश का शव बरामद हो गया।
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