गाजियाबाद। जिले में तेंदुआ दिखने के बाद दहशत का माहौल बन गया है। खासकर बच्चों को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है। वहीं वन विभाग की टीमें भी तेंदुए की तलाश में जुटी हैं लेकिन दो दिन में उससे जुड़ा कोई सुराग नहीं मिल सका है। वन विभाग की ओर से शासन को पत्र लिखकर एक्सपर्ट्स की टीम भेजने की मांग की गई है।
घने पेड़ों के बीच और ऊपर तेंदुआ ट्रेस करने के लिए कांबिंग की जा रही है। बता दें कि रविवार दोपहर को जीडीए की आवासीय कॉलोनी मधुबन बापूधाम के जंगलों में तेंदुआ दिखा था। इसकी पुष्टि होने के बाद वन विभाग ने तुरंत तेंदुआ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया है। पिंजरा लगने के बाद भी तेंदुआ दूर-दूर तक कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी मनीष सिंह को आशंका है कि तेंदुआ मोदीनगर और मेरठ की तरफ निकल गया है या फिर कहीं आसपास ही छिपा हो सकता है। वन विभाग की एक टीम ने मंगलवार को जीडीए के खाली पड़े मकानों में भी सर्च आपरेशन चलाकर तेंदुए की तलाशा की। कुछ बड़े पेड़ों पर भी जांच की गई। रात को टार्च लगाकर टीम तेंदुआ ट्रेस करने में जुटी हुई है। स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि तेंदुआ के दिखाई देने पर तुरंत वन विभाग के अधिकारियों के अलावा स्थानीय पुलिस को फोन जरूर करें।
पिछले साल भी आया था तेंदुआ
पिछले साल भी फरवरी में ही तेंदुआ शहर में घूमता हुआ आया था। कोर्ट में कई लोगों को घायल भी कर दिया गया था। बाद में उसे रेस्क्यू करके शिवालिक के जंगलों में छोड़ा गया था। विभाग ने तेंदुआ दिखने के बाद शासन के अलावा दिल्ली सरकारी को पत्र भेजकर आपातकालीन स्थिति से निपटने को एक-एक टीम और विशेषज्ञ को भेजने का अनुरोध किया गया है।
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