गाजियाबाद। जिले की कौशांबी थाना पुलिस ने एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 22 लाख 36 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि पलवल और सुहाना गुरुग्राम के रहने वाले दो छात्रों से ठगों ने एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर अगस्त 2023 में ठगी की थी। ठग लगातार दोनों छात्रों को एडमिशन के नाम पर टहलाते रहे। जब उन्हें लगा कि उनके साथ ठगी हुई है तो उन्होंने पुलिस से शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया है।
पलवल के पृथला के रहने वाले अनिल कुमार ने बताया कि उनके पास अगस्त 2023 में अरुण राजपूत नाम के व्यक्ति का फोन आया था। उसने बेटे का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने की बात कही थी। फोन पर बात होने के बाद अरुण ने उन्हें वैशाली में ऑफिस में बुलाया दो बार में अनिल ने उनसे 40 हजार ट्रांसफर कराए । इसके बाद अनिल को बांदा स्थित रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज का प्रोफेसर बताकर करण सिंह नाम के व्यक्ति ने 5 लाख का डीडी लेकर प्रक्रिया पूरी कराई। इसके बाद अनिल ने एडमिशन के लिए संपर्क किया तो करण ने नितिन कुशवाहा नाम के व्यक्ति के खाते में 2 लाख और खुद के खाते में 3 लाख जमा करने की बात कह कर करीब 12 लाख 36 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद भी उनके बेटे को एडमिशन नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई।
उधर गुरुग्राम के सोहना रोड के रहने वाले रविंद्र शर्मा ने बताया कि अरुण राजपूत ने ही उन्हें कॉल करके बेटे का एमबीबीएस में एडमिशन कराने की बात कही थी। अरुण राजपूत ने रविंद्र शर्मा से अपने साथियों के साथ मिलकर 10 लख रुपए जमा कर लिए।
ऐसे हुआ ठगी का एहसास
करीब 6-7 महीने बीतने के बाद भी बेटे को एमबीबीएस में एडमिशन नहीं मिला तो उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से संपर्क कर धोखाधड़ी करने वाले अरुण, नितिन, कुशवाहा, करण के खिलाफ मुकदमा दर्ज रुपये वापस दिलाने की मांग की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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