गाजियाबाद। जिले के अलग-अलग क्षेत्र से साइबर ठगी के दो मामले सामने आए हैं। यहां साइबर ठगों ने यहां एक व्यक्ति से फ्लैट किराए पर लेने का झांसा देकर तो दूसरे व्यक्ति को दुष्कर्म के फर्जी मामले में फंसाने का भय दिखाकर ठगी की है। दोनों मामलों में शिकायत मिलने के बाद पुलिस और साइबर सेल ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पहला मामला मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के संजयनगर इलाके का है। यहां के रहने वाले अंकुर शुक्ला ने पुलिस को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनका नोएडा एक्सटेंशन में एक फ्लैट है। जो कि वह किराए पर उठाते हैं। अंकुर ने बताया कि उनके फोन पर साइबर ठग द्वारा सीआईएसएफ कर्मी बताकर फ्लैट किराए पर लेने की बात कही गई थी। इसके बाद साइबर ठगने ने फ्लैट का सत्यापन हेडक्वार्टर से करने की बात कहकर बैंक खाते की जानकारी और ओटीपी लेकर ₹50000 निकाल लिए। अंकुर ने देखा कि उनके मोबाइल पर बैंक से रुपए काटने का मैसेज आया है। तब उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने मामले में पुलिस व साइबर सेल से शिकायत की अंकुर ने पुलिस को यह भी बताया कि जब उन्होंने उसे नंबर पर संपर्क किया तो वह नंबर बंद हो गया। उधर अंकुर के मामले में पुलिस किस खाते में उनके खाते से रुपए ट्रांसफर किए गए इसकी भी जांच कर रही है। दूसरा मामला जिले के अवंतिका इलाके से है। यहां के रहने वाले एक बुजुर्ग से साइबर ठगों ने दुष्कर्म के फर्जी मामले में बेटे को फंसाने को लेकर 50 हजार रुपए की ठगी की है। बुजुर्ग ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आई थी। जिसमें कॉलर ने उन्हें पुलिसकर्मी बताकर दुष्कर्म के मामले में बेटे को फंसाने की बात कॉल की थी। साइबर ठगने उन्हें फोन पर यह भी बताया था कि अगर उन्होंने 50 हजार नहीं दिए तो उनका बेटा जेल चला जाएगा। बुजुर्ग ने बताया कि उसने डर की वजह से साइबर कैफे में जाकर साइबर ठग द्वारा बताए गए खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद उनका बेटा घर आया और उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस व साइबर सेल से मामले की शिकायत की।
खातों की करवा रहे जांच
वही मामले में एसीपी कवि नगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया दोनों ही मामलों की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन लोगों ने किन खातों में पैसे भेजे हैं। उन्होंने बताया की हालत की पुलिस लगातार लोगों को जागरुक कर रही है। इसके बाद भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इससे पहले भी कई ठगी के मामले हुए हैं उनमें भी पड़ताल चल रही है।