गाजियाबाद। इंदिरापुरम के वसुंधरा सेक्टर-12 में सेवानिवृत रक्षा अधिकारी व व्यापारी सुचित यादव को गुजरात की एक कंपनी ने पशु चिकित्सा में प्रयोग होने वाला केमिकल देने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली। आरोप है कि कंपनी पदाधिकारियों ने डुप्लीकेट केमिकल भेजकर उनसे असली की एवज में 89.77 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। मामले की तहरीर पर पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
व्यापारी सुचित यादव ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह रक्षा अधिकारी के पद से रिटायर्ड होने के बाद एक कंसलटेंशन और ट्रेडिंग सर्विस करते हैं। पिछले माह उन्होंने पशुओं के इलाज में प्रयोग होने वाले केमिकल को इंटरनेट पर खोजकर गुजरात की एक कंपनी से संपर्क किया था। केमिकल का नमूना मंगाने के लिए उन्होंने कंपनी के नाम ईमेल भेजा। उसके जवाब में उनसे नमूना भेजने के लिए चार लाख 73 हजार 272 रुपये बंगलुरु के एक युवक के खाते में जमा कराए। आरोप है कि कंपनी के 13 से अधिक लोगों ने अलग-अलग तरह जाल में फंसाकर उनसे पांच लीटर केमिकल डिलीवर कराने की एवज में करीब 90 लाख रुपये खातों में जमा करा लिए। कई दिनों बाद जब उन्हें केमिकल की डिलीवरी मिली तो लैब में जांच कराने पर उनके होश उड़ गए।
खाते के ट्रांजेक्शन की हो रही जांच
आरोप है कि पदाधिकारियों ने उन्हें डुप्लीकेट केमिकल भेजकर ठग लिया। कंपनी पदाधिकारी ने उन्हें 92.7 प्रतिशत शुद्धता के साथ केमिकल की डिलीवरी कराने का आश्वासन दिया था लेकिन जब धोखाधड़ी का पता चला तो उनके पैरों तले जमीन निकल गई। इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि खाते की ट्रांजेक्शन और ईमेल से हुई बातचीत की जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
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