गाजियाबाद। कर्ज उतारने के लिए एक युवक ने खुद को अपहरण का ड्रामा रच डाला। इतना ही नहीं उसने अपने पिता से 10 लाख की फिरौती भी मांगी। वहीं पुलिस ने इस मामले की पड़ताल कर केस का वर्कआउट करते हुए आरोपी को धर दबोचा। जिसके बाद सारा झूठ सामने आ गया।
एसीपी नरेश कुमार ने बताया कि थाना मुरादनगर पर गांव जलालाबाद के रहने वाले कपड़ा व्यापारी अजय कुमार ने अपने बेटे राहुल कुमार (32) के अपहरण की सूचना दी। अजय कुमार ने पुलिस को बताया कि राहुल होंडा सिटी गाड़ी से बाजार गए थे, लेकिन वापस नहीं आए। दोपहर में एक बजे राहुल के नंबर से अजय के मोबाइल पर कॉल आई। रिहाई के बदले 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इस सूचना पर तुरंत पुलिस की चार टीमें गठित की गईं और अपहरण का मुकदमा दर्ज करते हुए राहुल की तलाश तेज की गई। शाम करीब साढ़े 6 बजे पुलिस ने राहुल को दुहाई टोल प्लाजा के पास से होंडा सिटी कार सहित बरामद कर लिया।
पुलिस से ये बोला राहुल
पूछताछ में राहुल ने बताया, उसके ऊपर कुछ लोगों का कर्जा है। इसी कर्जे को चुकाने के लिए उसने खुद के अपहरण की कहानी रची। फिरौती से आने वाले 10 लाख रुपयों से वो लोगों का कर्जा चुका देता। राहुल ने बताया, उस पर करीब 8 लाख रुपए का कर्ज है। इसे चुकाने के लिए उसने कुछ दिन पहले पिता से रुपए मांगे थे। उन्होंने रुपए देने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद क्राइम पेट्रोल देखकर उसके मन में खुद के अपहरण का विचार आया और ये झूठी कहानी रच डाली। राहुल को ये लगा था कि फिरौती का फोन आने के बाद पिता डर जाएंगे और पुलिस को सूचना दिए बिना 10 लाख रुपए बताए गए एड्रेस पर पहुंचा देंगे। पुलिस ने बताया कि राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
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